राष्ट्रपति का अभिभाषण ऐसे भारत के विजन को दर्शाता है जहां युवाओं को फलने-फूलने के सर्वोत्तम अवसर मिलेंगे : प्रधानमंत्री
Jan 31, 2025, 19:26 IST

नई दिल्ली, 31 जनवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण की सराहना की तथा इसे विकसित भारत के निर्माण की दिशा में भारत की यात्रा का एक व्यापक दृष्टिकोण बताया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला तथा सर्वांगीण विकास के साथ-साथ भविष्योन्मुखी विकास के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसे भारत का विजन समाहित है, जहां युवाओं को फलने-फूलने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में पिछले दशक में हमारे राष्ट्र की सामूहिक उपलब्धियों का खूबसूरती से सारगर्भित वर्णन किया गया है और हमारी भविष्य की आकांक्षाओं को भी शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा, “राष्ट्रपति जी द्वारा संसद के दोनों सदनों को आज दिया गया संबोधन, विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हमारे राष्ट्र के मार्ग की एक स्पष्ट रूपरेखा थी। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में की गई पहलों पर प्रकाश डाला और सर्वांगीण तथा भविष्योन्मुखी विकास के महत्व को रेखांकित किया। उनके संबोधन में एक ऐसे भारत का विजन समाहित था, जहां युवाओं को फलने-फूलने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। इस संबोधन में एकता और दृढ़ संकल्प की भावना के साथ हमारे द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरक रोडमैप भी शामिल थे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण ने पिछले दशक में हमारे राष्ट्र की सामूहिक उपलब्धियों का भी खूबसूरती से सारांश प्रस्तुत किया और हमारी भविष्य की आकांक्षाओं को भी शामिल किया। इस संबोधन में आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचे का विकास, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रामीण विकास, उद्यमिता, अंतरिक्ष और बहुत कुछ शामिल था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला तथा सर्वांगीण विकास के साथ-साथ भविष्योन्मुखी विकास के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसे भारत का विजन समाहित है, जहां युवाओं को फलने-फूलने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में पिछले दशक में हमारे राष्ट्र की सामूहिक उपलब्धियों का खूबसूरती से सारगर्भित वर्णन किया गया है और हमारी भविष्य की आकांक्षाओं को भी शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा, “राष्ट्रपति जी द्वारा संसद के दोनों सदनों को आज दिया गया संबोधन, विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हमारे राष्ट्र के मार्ग की एक स्पष्ट रूपरेखा थी। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में की गई पहलों पर प्रकाश डाला और सर्वांगीण तथा भविष्योन्मुखी विकास के महत्व को रेखांकित किया। उनके संबोधन में एक ऐसे भारत का विजन समाहित था, जहां युवाओं को फलने-फूलने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। इस संबोधन में एकता और दृढ़ संकल्प की भावना के साथ हमारे द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरक रोडमैप भी शामिल थे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण ने पिछले दशक में हमारे राष्ट्र की सामूहिक उपलब्धियों का भी खूबसूरती से सारांश प्रस्तुत किया और हमारी भविष्य की आकांक्षाओं को भी शामिल किया। इस संबोधन में आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचे का विकास, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रामीण विकास, उद्यमिता, अंतरिक्ष और बहुत कुछ शामिल था।