शरद पवार ने महाराष्ट्र में चीनी मिलों और सहकारी समितियों के लिए कुछ नहीं किया: अमित शाह
Jan 24, 2025, 20:23 IST

मुंबई, 24 जनवरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मालेगांव में कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। केंद्र सरकार ने सरकार ने महाराष्ट्र में सहकारी चीनी मिलों का टैक्स 46,000 करोड़ रुपये कम कर दिया है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मालेगांव में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह ने शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि पवार साहब, आप 10 साल तक कृषि मंत्री रहे, उस समय आपके पास सहकारी क्षेत्र था, आपने महाराष्ट्र में चीनी मिलों और सहकारी समितियों के लिए क्या किया? अमित शाह ने कहा कि मार्केटिंग नेता बनना आसान है, लेकिन जमीन पर रहकर काम करना जरूरी है। अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने महाराष्ट्र में सहकारी चीनी मिलों का टैक्स 46,000 करोड़ रुपये कम कर दिया है।
अमित शाह ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया, जिसमें नरेन्द्र मोदी ने जय विज्ञान जोड़ दिया। यदि कृषि को सहकारी समितियों के माध्यम से चलाया जाए तो निश्चित रूप से लाभ होगा। किसान पारंपरिक खेती करते हैं और यहां अत्याधुनिक मृदा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है। सहकारिता मंत्रालय ने ऑर्गेनिक कोऑपरेटिव लिमिटेड का गठन किया है। इससे मिलने वाला लाभ सीधे किसानों के खाते में जाएगा। यह संगठन इसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र जारी करेगा। आत्मनिर्भरता की सबसे सुंदर परिभाषा है सहयोग। इसलिए मोदी ने सहयोग से समृद्धि का नारा दिया है। इस संगठन के 1 लाख से अधिक सदस्य हैं और इसकी ड्रिप प्रणाली बहुत सुंदर है। अमित शाह ने कहा कि यहां 80 प्रतिशत खेती ड्रिप सिंचाई के जरिए होती है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मालेगांव में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह ने शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि पवार साहब, आप 10 साल तक कृषि मंत्री रहे, उस समय आपके पास सहकारी क्षेत्र था, आपने महाराष्ट्र में चीनी मिलों और सहकारी समितियों के लिए क्या किया? अमित शाह ने कहा कि मार्केटिंग नेता बनना आसान है, लेकिन जमीन पर रहकर काम करना जरूरी है। अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने महाराष्ट्र में सहकारी चीनी मिलों का टैक्स 46,000 करोड़ रुपये कम कर दिया है।
अमित शाह ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया, जिसमें नरेन्द्र मोदी ने जय विज्ञान जोड़ दिया। यदि कृषि को सहकारी समितियों के माध्यम से चलाया जाए तो निश्चित रूप से लाभ होगा। किसान पारंपरिक खेती करते हैं और यहां अत्याधुनिक मृदा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है। सहकारिता मंत्रालय ने ऑर्गेनिक कोऑपरेटिव लिमिटेड का गठन किया है। इससे मिलने वाला लाभ सीधे किसानों के खाते में जाएगा। यह संगठन इसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र जारी करेगा। आत्मनिर्भरता की सबसे सुंदर परिभाषा है सहयोग। इसलिए मोदी ने सहयोग से समृद्धि का नारा दिया है। इस संगठन के 1 लाख से अधिक सदस्य हैं और इसकी ड्रिप प्रणाली बहुत सुंदर है। अमित शाह ने कहा कि यहां 80 प्रतिशत खेती ड्रिप सिंचाई के जरिए होती है।