फतेहाबाद के तीन युवक अमेरिका से डिपोर्ट
फीस के अभाव में इग्लैंड से डंकी रूट से अमेरिका पहुंचा था गगनप्रीत
Feb 5, 2025, 19:34 IST

फतेहाबाद, 5 फरवरी अमेरिका द्वारा डिपोर्ट कर भारत भेजे गए अप्रवासी भारतीयों में तीन युवा फतेहाबाद जिले के रहने वाले हैं। इनमें एक युवक भूना, एक गांव दिगोह और तीसरा गांव चुहड़पुर से है। अमेरिका से डिपोर्ट की सूचना मिलने के बाद से इनके परिवार सदमे जैसी स्थिति में है। डिपोर्ट हुए जिले के तीन युवाओं में भूना निवासी गुरनाम सिंह, गांव दिगोह निवासी गगनप्रीत और गांव चुहड़पुर निवासी अजय शामिल हैं।
अमेरिका से डिपोर्ट हुए दिगोह निवासी 24 वर्षीय गगनप्रीत सिंह के माता-पिता व छोटी बहन की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। इकलौते बेटे के भविष्य को लेकर उसकी मां चारपाई पर बैठी हुई बार-बार बेहोश हो रही थी। गांव के सरपंच हरसिमरन सिंह व ग्रामीण मौके पर परिजनों को संभाल रहे थे। परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य हालत खराब होने के चलते डॉक्टर को भी मौके पर बुलाया हुआ था। सुखविंदर सिंह उर्फ काला के 24 वर्षीय बेटे साथ हुए घटनाक्रम को लेकर ग्रामवासी भी दुख प्रकट कर रहे हैं। हालांकि अमेरिका से डिपोर्ट हुआ गगनप्रीत सिंह बुधवार की देर शाम तक अपने जन्मभूमि दिगोह गांव में नहीं पहुंचा था, परंतु ग्रामीण उनसे संपर्क बनाने के लिए बार-बार इधर-उधर प्रयास कर रहे थे।
स्टडी बेस पर गया था इंग्लैंड, फीस के अभाव में डंकी के रास्ते पहुंचा अमेरिका
दिगोह गांव निवासी 52 वर्षीय सुखविंदर सिंह उर्फ काला ने अपने 24 वर्षीय इकलौते बेटे गगनप्रीत सिंह को विदेश में पढ़ाई और जॉब करने के लिए सपने संजोए थे। इसके लिए उन्होंने अपनी साढ़े तीन एकड़ जमीन में से ढाई एकड़ जमीन बेचकर इंग्लैंड का वीजा लगवाकर सितंबर 2022 में विदेश भेजा था। वहां पर पार्ट टाइम जॉब नहीं मिलने के कारण बीए तृतीय वर्ष की यूनिवर्सिटी फीस नहीं दे सका। इधर घरेलू हालात भी आर्थिक रूप से कमजोर हो गए, इसलिए गगन प्रीत ने इंग्लैंड में वीजा एजेंट के झांसे में आकर डंकी रूट से अमेरिका में जनवरी 2025 में जॉब करने के लिए पहुंच गया। जहां पर अवैध तरीके से एंट्री करने के चलते गगनप्रीत सिंह को कुछ दिन पहले ही हिरासत में ले लिया था। इसके कारण परिजनों से करीब 20 दिनों से फोन पर संपर्क नही हो पा रहा था, जिसके कारण तभी से ही परिवार के लोग गहरे सदमे में थे।
अमेरिका से डिपोर्ट हुए दिगोह निवासी 24 वर्षीय गगनप्रीत सिंह के माता-पिता व छोटी बहन की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। इकलौते बेटे के भविष्य को लेकर उसकी मां चारपाई पर बैठी हुई बार-बार बेहोश हो रही थी। गांव के सरपंच हरसिमरन सिंह व ग्रामीण मौके पर परिजनों को संभाल रहे थे। परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य हालत खराब होने के चलते डॉक्टर को भी मौके पर बुलाया हुआ था। सुखविंदर सिंह उर्फ काला के 24 वर्षीय बेटे साथ हुए घटनाक्रम को लेकर ग्रामवासी भी दुख प्रकट कर रहे हैं। हालांकि अमेरिका से डिपोर्ट हुआ गगनप्रीत सिंह बुधवार की देर शाम तक अपने जन्मभूमि दिगोह गांव में नहीं पहुंचा था, परंतु ग्रामीण उनसे संपर्क बनाने के लिए बार-बार इधर-उधर प्रयास कर रहे थे।
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दिगोह गांव निवासी 52 वर्षीय सुखविंदर सिंह उर्फ काला ने अपने 24 वर्षीय इकलौते बेटे गगनप्रीत सिंह को विदेश में पढ़ाई और जॉब करने के लिए सपने संजोए थे। इसके लिए उन्होंने अपनी साढ़े तीन एकड़ जमीन में से ढाई एकड़ जमीन बेचकर इंग्लैंड का वीजा लगवाकर सितंबर 2022 में विदेश भेजा था। वहां पर पार्ट टाइम जॉब नहीं मिलने के कारण बीए तृतीय वर्ष की यूनिवर्सिटी फीस नहीं दे सका। इधर घरेलू हालात भी आर्थिक रूप से कमजोर हो गए, इसलिए गगन प्रीत ने इंग्लैंड में वीजा एजेंट के झांसे में आकर डंकी रूट से अमेरिका में जनवरी 2025 में जॉब करने के लिए पहुंच गया। जहां पर अवैध तरीके से एंट्री करने के चलते गगनप्रीत सिंह को कुछ दिन पहले ही हिरासत में ले लिया था। इसके कारण परिजनों से करीब 20 दिनों से फोन पर संपर्क नही हो पा रहा था, जिसके कारण तभी से ही परिवार के लोग गहरे सदमे में थे।