फिल्म केसरी चैप्टर-2 देखने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत कई दिग्गज पहुंचे
Apr 15, 2025, 19:43 IST

फिल्म जलियांवाला बाग में हुए सामूहिक हत्याकांड और उसके बाद के घटनाक्रम पर आधारित है। अक्षय कुमार इसमें सी शंकरन नायर की भूमिका निभा रहे हैं जिन्होंने इस हत्याकांड में पीड़ितों के पक्ष में कोर्ट में केस लड़ा था। फिल्म को देखने के बाद सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इसकी प्रशंसा की और कहा कि इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम और व्यक्ति ऐसे हैं जिनके बारे में कभी स्कूलों में पढ़ाया नहीं गया। स्वयं अक्षय कुमार ने कहा कि वे फिल्म के निर्माण के पहले नायर के बारे में नहीं जानते थे।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि देश के युवाओं को ऐसी फिल्म देखनी चाहिए और इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। मुश्किल हालात में भी कुछ लोग खड़े रहे जिसके चलते आज देश का आत्मविश्वास मजबूत हुआ है। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शंकरन नायर का अपने भाषण में जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने परिवार को बढ़ावा देने में इतनी व्यस्त रही है कि उन्होंने बड़ी वास्तविकता की दृष्टि खो दी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि फिल्म हमें ऐसे रोमांचक घटनाक्रम के बारे में बताती है जिसे इतिहास के पन्नों में कहीं खो दिया गया था। वहीं मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि फिल्म में अनकहा सच सबके सामने लाया गया है। दोनों नेताओं ने फिल्म निर्माताओं और अभिनेता अक्षय कुमार के काम की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने एक दिन पहले किया था शंकरन नायर का जिक्रप्रधानमंत्री ने एक दिन पहले यानी सोमवार को हरियाणा के यमुनानगर में जालियांवाला बाग हत्याकांड की 106वीं बरसी पर शहीद देशभक्तों को नमन करने के साथ ही उस समय विरोध स्वरूप वायसराय की परिषद से इस्तीफा देकर अंग्रेजों को कोर्ट में चुनौती देने वाले शंकरन नायर को याद किया था। उन्होंने कहा कि शहीद देशभक्तों और अंग्रेजों की क्रूरता के अलावा एक और पहलू है जिसे पूरी तरह अंधेरे में डाल दिया गया था। ये पहलू मानवता के साथ देश के साथ खड़े होने के बुलंद जज्बे का है। इस बुलंद जज्बे का नाम शंकरन नायर था। नायर एक प्रसिद्ध वकील थे और उस जमाने में अंग्रेजी सरकार में बहुत बड़े पद पर विराजमान थे, लेकिन वे विदेशी शासन की क्रूरता के विरुद्ध जालियांवाला बाग हत्याकांड से व्यथित होकर मैदान में उतर गए। उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आवाज उठायी। उन्होंने उस बड़े पद को छोड़ दिया और जालियांवाला बाग हत्याकांड का केस अपने दम पर लड़े, अंग्रेजी साम्राज्य को हिला कर रख दिया। आज यही प्रेरणा विकसित भारत की यात्रा में बहुत बड़ी ताकत है।
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