सर्दी-जुकाम में खाईं एंटी बायोटिक तो हो सकता है नुकसान

अक्सर आप डॉक्टर के लिखे बगैर एंटीबायोटिक्स खरीदकर खा लेते हैं? अगर हां तो जान लीजिए कि ये आपको मुश्किल में डाल सकता है। एंटीबायोटिक्स दवाइयों का जरूरत से ज्यादा प्रयोग बैक्टीरिया को ‘सुपरबग’ में बदल रहा है। यानी ऐसे बैक्टीरिया जिन पर कुछ समय बाद कोई दवा काम नहीं करेगी।
अस्पताल से लेकर पीने के पानी व दूध तक में मौजूद ये सुपरबग इंसानों को जानलेवा बीमारियों का शिकार बना रहे हैं। हर साल लाखों लोगों की जान इन ‘सुपरबग्स’ की चपेट में आकर जा रही है। डब्ल्यूएचओ सहित दुनियाभर के साइंटिस्ट चिंतित हैं कि बिना डॉक्टरी परामर्श के एंटीबायोटिक का अधिक इस्तेमाल इसी तरह होता रहा तो अगले 25 साल में सभी एंटीबायोटिक्स दवाएं बेअसर हो जाएंगी।
एंटीबायोटिक गोलियों को लेने में यही लापरवाही बनी रही तो भविष्य में बुखार और दस्त जैसी मामूली बीमारियों के बैक्टीरिया कोविड-19 से ज्यादा बड़ी तबाही मचा देंगे। आने वाले 2050 के बाद हर साल मामूली बीमारी देने वाले बैक्टीरिया ही 1 करोड़ लोगों की जान ले सकते हैं क्योंकि इन पर कोई असर नहीं होगा।