लोकसभा अध्यक्ष ने दिल्ली के विधायकों से विधानसभा को आदर्श विधानसभा बनाने का किया आग्रह
Mar 18, 2025, 20:08 IST

बिरला आज दिल्ली विधानसभा परिसर में विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली विधानसभा और लोकसभा सचिवालय के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा किया जा रहा है।
सदस्यों से लोगों की समस्याओं के नए समाधान खोजने और प्रतिस्पर्धी भावना से विचारों और अनुभवों को साझा करने का आग्रह करते हुए बिरला ने कहा कि विधायकों को विधानसभा में ऐसे नवाचार प्रस्तुत करने चाहिए, जिससे लोगों की समस्याओं का हल निकले और उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान हो। दिल्ली से निकलने वाले समाधान न केवल दिल्ली के काम आएंगे, बल्कि देश के अन्य राज्यों और विधायी निकायों के लिए भी एक उदाहरण बनेंगे।
बिरला ने सुझाव दिया कि सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित रहकर सोचने के बजाय पूरी दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए। दिल्ली को भारत का लघु रूप बताते हुए बिरला ने कहा कि यहां सभी राज्यों से विभिन्न भाषाओं, धर्मों और संस्कृतियों के लोग आते हैं, और उनकी अलग-अलग आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करना निर्वाचित प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सदस्यों को लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करते समय लोकतांत्रिक भावना और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखते हुए सदन के नियमों, प्रक्रियाओं और परंपराओं का पालन करना चाहिए। उन्होंने विधानमंडल को कायपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रभावी मंच बनाने के लिए टेक्नालोजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग और सदस्यों के क्षमता निर्माण पर भी जोर दिया।
विधानमंडलों को सार्थक संवाद का मंच बताते हुए बिरला ने कहा कि सदन में किसी भी प्रकार का गतिरोध नहीं होना चाहिए तथा असहमति को गरिमापूर्ण ढंग से तथा सार्थक संवाद के माध्यम से व्यक्त किया जाना चाहिए। अध्यक्ष ने सदस्यों से सार्वजनिक जीवन में आचरण तथा नैतिकता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने का आग्रह किया।
इस अवसर पर दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, नेता विपक्ष आतिशी, विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट भी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री, दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद और विधानसभा के सदस्य भी मौजूद थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने दी नियम पुस्तिका, विशेष रूप से आचार संहिता को अच्छी तरह से पढ़ने की सलाह
दिल्लीविधान सभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने लोक सभा अध्यक्ष और विधायकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम न केवल विधायी दायित्वों को बेहतर ढंग से समझने का अवसर है, बल्कि एक-दूसरे से सीखने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का मंच भी है। गुप्ता ने संसदीय प्रक्रियाओं और नियमों को समझने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने नए सदस्यों से नियम पुस्तिका, विशेष रूप से आचार संहिता को अच्छी तरह से पढ़ने और सदन की कार्यवाही के दौरान इन दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया।
गुप्ता ने याद दिलाया कि सदन में बोलने से पहले अध्यक्ष की अनुमति आवश्यक है। विपक्ष में अपने अनुभव से उन्होंने कहा कि कम संख्या होने के बावजूद सरकार विपक्ष की बात सुनने के लिए बाध्य है। दिल्ली विधान सभा की संरचना पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने विधायकों को विभिन्न समितियों के बारे में जानकारी दी, जिन्हें अक्सर "मिनी सदन" कहा जाता है और जो शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन समितियों का गठन आगामी वित्तीय वर्ष में किया जाएगा।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उद्धृत करते हुए कहा, "सरकारें आएंगी, जाएंगी, मगर ये देश और उसका लोकतन्त्र रहना चाहिए ।"
मुख्यमंत्री ने कहा- निरंतर विकास सुनिश्चित करने के लिए सौहार्दपूर्ण राजनीतिक माहौल की आवश्यकता
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली की प्रगति, समृद्धि और विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और हर पल का उपयोग लोगों की बेहतरी के लिए करने के महत्व पर जोर दिया। सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने नेतृत्व में विश्वास के लिए आभार व्यक्त किया और निरंतर विकास सुनिश्चित करने के लिए सौहार्दपूर्ण राजनीतिक माहौल की आवश्यकता की बात भी की ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने हम पर बहुत भरोसा किया है। हर पल कीमती है । इसका सम्मान और सही ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए। हमारा एकमात्र उद्देश्य दिल्ली की प्रगति है और आज जो सौहार्दपूर्ण माहौल है, उसे अगले पांच साल तक भी बनाए रखना चाहिए। विकास मार्ग में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर दिल्ली विधान सभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने भी सभा को संबोधित किया । दिल्ली विधान सभा में उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने धन्यवाद ज्ञापित किया । इससे पहले, लोक सभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने परिचयात्मक टिप्पणी की।