चुनावी रण से नदारद अपना दल, मां-बेटी ने आमने-सामने आने से बनाई दूरी
सपा या भाजपा गठबंधन का फैसला करेंगे मतदाता
May 8, 2023, 11:00 IST

मीरजापुर, 08 मई। छानबे विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में समाजवादी पार्टी की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) चुनावी रण से नदारद है। दरअसल, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल व अपना दल (कमेरावादी) की नेता कृष्णा पटेल एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में आमने-सामने आने से बचती हैं। अपना दल (सोनेलाल) छानबे विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं। यही वजह है कि उप चुनाव में अभी तक अपना दल (कमेरावादी) की पल्लवी पटेल और कृष्णा पटेल ने दूरी बना रखी है।
अपना दल (सोनेलाल) से छानबे विधानसभा सीट से विधायक रहे दिवंगत राहुल प्रकाश कोल की पत्नी रिंकी कोल चुनाव मैदान में हैं, जो अपना दल (सोनेलाल) और भाजपा की संयुक्त उम्मीदवार हैं। जबकि समाजवादी पार्टी से कीर्ति कोल चुनाव लड़ रही हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने चुनाव प्रचार किया, लेकिन अपना दल (कमेरावादी) अपनी कोई रुचि नहीं दिखा रही हैं। लोगों का कहना है कि भले ही अपना दल दो हैं, लेकिन दिल एक है। सपा उम्मीदवार के पक्ष में खड़ा होने के बजाए विपक्ष को वाक ओवर देना आपसी सहमति ही जताता है। हालांकि सपा व भाजपा गठबंधन दल के समर्थक और नेता मत बटोरने में लगे हैं।
छानबे विधानसभा सीट पर बाजी पलटने में सक्षम हैं कुर्मी मतदाता
समाजवादी पार्टी की सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) की नेता कृष्णा पटेल व पल्लवी पटेल खुद को अभी तक उप चुनाव से दूर रखा है। जबकि छानबे सीट पर 10 हजार से अधिक कुर्मी मतदाता बाजी पलटने में सक्षम हैं। सीट सुरक्षित होने की वजह से अपना दल (सोनेलाल) से रिंकी कोल व सपा से कीर्ति कोल के बीच मुकाबला है।
तो सपा गठबंधन पर पड़ेगा असर
लोगों का मानना है कि भले ही सोनेलाल की पार्टी दो भाग में बंट गई है, लेकिन दोनों गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष मां कृष्णा पटेल और बिटिया अनुप्रिया पटेल का दिल एक है। साफ है कि सपा के साथ किए गए गठबंधन पर इसका असर जरूर पड़ेगा। दरअसल, सपा के सहयोग से ही पल्लवी पटेल उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा सिराथू से चुनाव हराकर विधायक बनी हैं।
राहुल की जगह उनकी पत्नी चुनाव मैदान में, सपा की कीर्ति से कांटे की टक्कर
छानबे विधानसभा सीट से भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) से विधायक रहे राहुल प्रकाश कोल का दो फरवरी 2023 को निधन हो गया था। वे कैंसर से पीड़ित थे। मुम्बई के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। विधायक राहुल प्रकाश के निधन के बाद छानबे विधानसभा सीट खाली हो गई थी। अब 10 मई को इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। राहुल की जगह अब उनकी पत्नी चुनाव मैदान में हैं। जबकि उनके सामने समाजवादी पार्टी की कीर्ति कोल कांटे की टक्कर दे रही हैं।
कोल बिरादरी का बड़ा चेहरा थे राहुल प्रकाश कोल, कोल बिरादरी का बड़ा चेहरा थे। राहुल प्रकाश विधानसभा चुनाव 2017 में सबसे कम उम्र के विधायक बने थे। वे लगातार दूसरी बार भी विधायक बने थे। उनके पिता पकौड़ी लाल कोल राबट्र्सगंज से सांसद हैं।
अपना दल (सोनेलाल) से छानबे विधानसभा सीट से विधायक रहे दिवंगत राहुल प्रकाश कोल की पत्नी रिंकी कोल चुनाव मैदान में हैं, जो अपना दल (सोनेलाल) और भाजपा की संयुक्त उम्मीदवार हैं। जबकि समाजवादी पार्टी से कीर्ति कोल चुनाव लड़ रही हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने चुनाव प्रचार किया, लेकिन अपना दल (कमेरावादी) अपनी कोई रुचि नहीं दिखा रही हैं। लोगों का कहना है कि भले ही अपना दल दो हैं, लेकिन दिल एक है। सपा उम्मीदवार के पक्ष में खड़ा होने के बजाए विपक्ष को वाक ओवर देना आपसी सहमति ही जताता है। हालांकि सपा व भाजपा गठबंधन दल के समर्थक और नेता मत बटोरने में लगे हैं।
छानबे विधानसभा सीट पर बाजी पलटने में सक्षम हैं कुर्मी मतदाता
समाजवादी पार्टी की सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) की नेता कृष्णा पटेल व पल्लवी पटेल खुद को अभी तक उप चुनाव से दूर रखा है। जबकि छानबे सीट पर 10 हजार से अधिक कुर्मी मतदाता बाजी पलटने में सक्षम हैं। सीट सुरक्षित होने की वजह से अपना दल (सोनेलाल) से रिंकी कोल व सपा से कीर्ति कोल के बीच मुकाबला है।
तो सपा गठबंधन पर पड़ेगा असर
लोगों का मानना है कि भले ही सोनेलाल की पार्टी दो भाग में बंट गई है, लेकिन दोनों गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष मां कृष्णा पटेल और बिटिया अनुप्रिया पटेल का दिल एक है। साफ है कि सपा के साथ किए गए गठबंधन पर इसका असर जरूर पड़ेगा। दरअसल, सपा के सहयोग से ही पल्लवी पटेल उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा सिराथू से चुनाव हराकर विधायक बनी हैं।
राहुल की जगह उनकी पत्नी चुनाव मैदान में, सपा की कीर्ति से कांटे की टक्कर
छानबे विधानसभा सीट से भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) से विधायक रहे राहुल प्रकाश कोल का दो फरवरी 2023 को निधन हो गया था। वे कैंसर से पीड़ित थे। मुम्बई के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। विधायक राहुल प्रकाश के निधन के बाद छानबे विधानसभा सीट खाली हो गई थी। अब 10 मई को इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। राहुल की जगह अब उनकी पत्नी चुनाव मैदान में हैं। जबकि उनके सामने समाजवादी पार्टी की कीर्ति कोल कांटे की टक्कर दे रही हैं।
कोल बिरादरी का बड़ा चेहरा थे राहुल प्रकाश कोल, कोल बिरादरी का बड़ा चेहरा थे। राहुल प्रकाश विधानसभा चुनाव 2017 में सबसे कम उम्र के विधायक बने थे। वे लगातार दूसरी बार भी विधायक बने थे। उनके पिता पकौड़ी लाल कोल राबट्र्सगंज से सांसद हैं।