कमलनाथ ने भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा पर कसा तंज, बताया - टुकड़े-टुकड़े यात्रा
Aug 29, 2023, 11:07 IST

भोपाल, 29 अगस्त। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के मकसद से पांच स्थानों से जन आशीर्वाद यात्राएं निकालने जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधा है। उन्होंने आशीर्वाद यात्रा टुकड़े-टुकड़े यात्रा बताते हुए तंज कसा है।
कमलनाथ ने मंगलवार को ट्वीट कर जनआशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी काठ की हांडी को बार-बार चढ़ाने की कोशिश कर रही है। 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज जी ने जन आशीर्वाद यात्रा निकाली थी, जिसका स्वागत मध्य प्रदेश की जनता ने पत्थर फेंक कर किया था। जनता ने आशीर्वाद की जगह ऐसा अभिशाप दिया कि यात्रा को बीच रास्ते में ही बंद करना पड़ा था।
कमलनाथ ने कहा कि इस बार दिल्ली के शाहों ने खुद ही यात्रा को पांच हिस्सों में बांटकर इसका पंचनामा कर दिया है। इस तरह यह आशीर्वाद यात्रा टुकड़े-टुकड़े यात्रा में बदल गई है और जनता जल्द ही इसे आशीर्वाद की जगह बर्बाद यात्रा में बदल देगी। बता दें कि इससे पहले भी कमलनाथ ने जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर सरकार को जमकर घेरा था। कमलनाथ ने कहा था कि भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा का नाम गुमराह यात्रा होना चाहिए, क्योंकि भाजपा न जनता को आशीर्वाद दे सकती है और न जनता से आशीर्वाद ले सकती है।
कमलनाथ ने मंगलवार को ट्वीट कर जनआशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी काठ की हांडी को बार-बार चढ़ाने की कोशिश कर रही है। 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज जी ने जन आशीर्वाद यात्रा निकाली थी, जिसका स्वागत मध्य प्रदेश की जनता ने पत्थर फेंक कर किया था। जनता ने आशीर्वाद की जगह ऐसा अभिशाप दिया कि यात्रा को बीच रास्ते में ही बंद करना पड़ा था।
कमलनाथ ने कहा कि इस बार दिल्ली के शाहों ने खुद ही यात्रा को पांच हिस्सों में बांटकर इसका पंचनामा कर दिया है। इस तरह यह आशीर्वाद यात्रा टुकड़े-टुकड़े यात्रा में बदल गई है और जनता जल्द ही इसे आशीर्वाद की जगह बर्बाद यात्रा में बदल देगी। बता दें कि इससे पहले भी कमलनाथ ने जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर सरकार को जमकर घेरा था। कमलनाथ ने कहा था कि भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा का नाम गुमराह यात्रा होना चाहिए, क्योंकि भाजपा न जनता को आशीर्वाद दे सकती है और न जनता से आशीर्वाद ले सकती है।