राजस्थान के झालावाड़ में तीन इंच तक बरसात
भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग में भी अच्छी बारिश का दौर जारी
Sep 11, 2023, 11:43 IST
जयपुर, 11 सितंबर। प्रदेश में तीन-चार दिन से कई जिलों में बरसात हो रही है। बरसात का दौर शनिवार रात व रविवार को भी जारी रहा। बीते 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक बरसात धौलपुर में 230 मिमी हुई, वहीं बांसवाड़ा में 152 मिमी पानी बरसा। राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में अच्छी बारिश का दौर बना हुआ है। भरतपुर, कोटा, जयपुर संभाग के जिलाें में रविवार देर शाम अच्छी बारिश हुई। झालावाड़ के अकलेरा में तीन इंच से ज्यादा पानी बरसा। अलवर, भरतपुर, दौसा जिले में भी कई जगह अच्छी बारिश होने से खेतों में पानी भर गया।
बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर शनिवार रात से लेकर रविवार तड़के तक जमकर बारिश हुई। माही बांध में करीब आधा मीटर पानी आया है। बांध का जलस्तर बढ़कर 278.85 मीटर हो गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है। धौलपुर में शनिवार तड़के शुरू हुआ बरसात का दौर रविवार शाम तक जारी रहा। बरसात से शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया। बाड़ी रोड स्थित मजार के पीछे एक मकान देर रात धराशायी हो गया। घटना में महिला तरल्लुम पत्नी अकील घायल हो गई। जिसे परिजन शनिवार सुबह जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। इसके अलावा अलवर व भरतपुर में भी बरसात हुई।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मध्य प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, जबलपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है। इसका असर अभी राजस्थान के दो-तीन दिन और देखने काे मिलेगा। एक तरफ जहां पूर्वी राजस्थान में बारिश हो रही है, तो दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान में तेज गर्मी। जैसलमेर में रविवार को अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया। इसी तरह फलोदी में 41, बीकानेर में 40 और बाड़मेर में पारा 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी क्षेत्र पाकिस्तान से लगातार तेज गर्म हवाएं राजस्थान में आ रही है, इसी का नतीजा है कि बंगाल की खाड़ी से आ रहे वेदर सिस्टम पूर्वी राजस्थान से जयपुर, अजमेर संभाग से आगे नहीं बढ़ रहे। इन पश्चिमी हवाओं की गति इतनी ज्यादा है कि ये इन मौसमी तंत्र को रोक कर उनकी दिशा उत्तर की तरफ घुमा रही है।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश और उसके आसपास एक परिसंचरण तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वी राज के कुछ भागों में अगले 2-3 दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। आज भी भरतपुर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने और 12-13 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर जिलों में आगामी दो दिन अधिकतम तापमान औसत से 4-6 डिग्री सेल्सियस अधिक बने रहने की संभावना है। अच्छी बारिश से राज्य के कुछ बांधों में लगातार पानी आ रहा है। बरसात के कारण जवाई बांध में लगातार पानी आ रहा है। बांध के दो गेट खोल कर करीब 160 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। उधर, कोटा में बने जवाहर सागर और कोटा बैराज से भी लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है।
बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर शनिवार रात से लेकर रविवार तड़के तक जमकर बारिश हुई। माही बांध में करीब आधा मीटर पानी आया है। बांध का जलस्तर बढ़कर 278.85 मीटर हो गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है। धौलपुर में शनिवार तड़के शुरू हुआ बरसात का दौर रविवार शाम तक जारी रहा। बरसात से शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया। बाड़ी रोड स्थित मजार के पीछे एक मकान देर रात धराशायी हो गया। घटना में महिला तरल्लुम पत्नी अकील घायल हो गई। जिसे परिजन शनिवार सुबह जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। इसके अलावा अलवर व भरतपुर में भी बरसात हुई।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मध्य प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, जबलपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है। इसका असर अभी राजस्थान के दो-तीन दिन और देखने काे मिलेगा। एक तरफ जहां पूर्वी राजस्थान में बारिश हो रही है, तो दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान में तेज गर्मी। जैसलमेर में रविवार को अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया। इसी तरह फलोदी में 41, बीकानेर में 40 और बाड़मेर में पारा 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी क्षेत्र पाकिस्तान से लगातार तेज गर्म हवाएं राजस्थान में आ रही है, इसी का नतीजा है कि बंगाल की खाड़ी से आ रहे वेदर सिस्टम पूर्वी राजस्थान से जयपुर, अजमेर संभाग से आगे नहीं बढ़ रहे। इन पश्चिमी हवाओं की गति इतनी ज्यादा है कि ये इन मौसमी तंत्र को रोक कर उनकी दिशा उत्तर की तरफ घुमा रही है।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश और उसके आसपास एक परिसंचरण तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वी राज के कुछ भागों में अगले 2-3 दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। आज भी भरतपुर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने और 12-13 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर जिलों में आगामी दो दिन अधिकतम तापमान औसत से 4-6 डिग्री सेल्सियस अधिक बने रहने की संभावना है। अच्छी बारिश से राज्य के कुछ बांधों में लगातार पानी आ रहा है। बरसात के कारण जवाई बांध में लगातार पानी आ रहा है। बांध के दो गेट खोल कर करीब 160 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। उधर, कोटा में बने जवाहर सागर और कोटा बैराज से भी लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है।