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ट्रिपल आईटी का स्थाई कैंपस जून तक तैयार, नये सत्र से कक्षाएं कोटा में

 
ट्रिपल आईटी का स्थाई कैंपस जून तक तैयार, नये सत्र से कक्षाएं कोटा में
कोटा,13 मार्च। शिक्षा नगरी कोटा को नये शैक्षणिक सत्र 2023-24 से ट्रिपल आईटी कोटा के रूप में विश्वस्तरीय पहचान मिलने जा रही है। यह राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थान कुल 100.37 हैक्टेयर क्षेत्रफल में 128 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। इस कैम्पस के प्रथम चरण का निर्माण कार्य पीपीपी मोड में तेजी से चल रहा है।

सीपीडब्ल्यूडी के अधिकृत सूत्रों के अनुसार, एकेडमिक व एडमिन ब्लॉक में 6 लेक्चर हाल, 16 लेबोरेट्री, 65 फैकल्टी ऑफिस, 200 सीटों वाले ऑडिटोरियम, 707 क्षमता के ब्वायज हॉस्टल व 144 क्षमता के गर्ल्स हॉस्टल, 200 क्षमता वाला कॉमन डायनिंग ब्लॉक, टाइप-3 व 4 के स्टाफ क्वार्टर, सड़कें व विशाल ग्रीन पार्क आदि निर्माण कार्य अगले तीन माह में पूरे कर लिये जायेंगे। इस वर्ष कोटा में जेईई-मेन,2023 की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को रैंक के अनुसार, त्रिपल आईटी कोटा में प्रवेश लेने का लाभ मिलेगा। इस राष्ट्रीय आईटी संस्थान के चालू होने पर आईटी क्षेत्र की कई कंसलटंसी कम्पनियां कोटा में निवेश करने की उम्मीद है। जिससे यहां का शैक्षणिक वातावरण और अधिक सुदृढ हो जायेगा।

एकेडेमिक व एडमिन ब्लॉक इसी माह-

रानपुर में निर्माणाधीन ट्रिपल आईटी के पहले चरण में 11500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में एकेडेमिक एवं एडमिन ब्लॉक मार्च में बनकर तैयार हो जायेगा। इस मेगा ब्लॉक में 120 सीटों की क्षमता वाले 6 लेक्चर हॉल होंगे, 16 अत्याधुनिक लैबोरेट्री, फैकल्टी के 65 ऑफिस, 200 सीटों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, 10 ट्यूटोरियल रूम, निदेशक और रजिस्टार ऑफिस, डीन रूम, लेेखा शाखा के अलावा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल भी इसी में बनाया गया है।

गर्ल्स व ब्वायज हॉस्टल मार्च में-

ट्रिपल आईटी कैम्पस के 15,500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 707 क्षमता वाला ब्वायज हॉस्टल मई तक तैयार हो जायेगा, जिसमें तीन विंग होंगे। दो विंग में सिंगल बेड कमरे और एक विंग में 2-3 बेड वाले कमरे होंगे। गर्ल्स के लिये 144 सीटों वाला सुविधायुक्त हॉस्टल मार्च में तैयार हो जायेगा। कैम्पस के 3500 वर्गमीटर में कुल 96 कमरे होंगे, जिसमें से 48 सिंगल बेड व 48 डबल बेड वाले कमरे होंगे। दोनो हॉस्टल के बीच में कॉमन डायनिंग ब्लॉक होगा जिसमें किचन सुविधा के साथ ही 200 क्षमता मैस भी रहेगा, जिसमें नाश्ता, लंच व डिनर सुविधा मिलेगी।

स्टाफ कॉलोनी-

कैम्पस में ही फैकल्टी एवं स्टाफ सदस्यों हेतु 2700 वर्गमीटर में आवासीय कॉलोनी बनाई जा रही है। इसमें टाइप-3 में 12 क्वार्टर 2 बीएचके वाले होंगे। टाइप-4 में 12 क्वार्टर 3 बीएचके वाले होंगे। इनका निर्माण जून तक पूरा कर लिया जायेगा। कैंपस में 24 घंटे बिजली व पेयजल सुविधा उपलब्ध रहेगी। कैम्पस के भीतर चारों ओर सडकों का निर्माण पूरा हो चुका है। स्वच्छ पर्यावरण के लिये कैम्पस के 20,000 वर्गमीटर में हरे-भरे गार्डन विकसित किये जा रहे हैं।

अब तक जयपुर से निकले 6 बैच-

केंद्र सरकार ने वर्ष 2011 में ट्रिपल आईटी, कोटा की घोषणा की थी। वर्ष 2013 में एमएनआईटी, जयपुर से इसके बैच प्रारंभ कर दिये गये। लेकिन कोटा में स्थायी कैम्पस का निर्माण होने में 10 वर्ष बीत जाने से अब तक इसके 6 बैच पासआउट हो चुके हैं। इस नेशनल इंस्टीट्यूट में प्रतिवर्ष जेईई-मेन की रैंक के आधार पर प्रवेश दिये जाते हैं।

ट्रिपल आईटी कोटा के निदेशक प्रो. एन.पी. पांडे के अनुसार,ट्रिपल आईटी कोटा में सत्र 2013-14 में बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ब्रांच की 30 सीटों से शुरूआत की गई। जुलाई, 2015 में यहां इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन ब्रांच भी खोल दी गई। जिससे सीटों की संख्या बढकर 60 हो गई। सत्र 2022-23 में यहां कम्प्यूटर सांइस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) में 143 सीटें एवं इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) ब्रांच की 71 सीटें हैं। इस तरह, गत वर्ष कुल 214 बीटेक सीटों पर प्रवेश दिये गये हैं। गत वर्ष से दोनों ब्रांच की 27-27 सीटों पर एमटेक में भी प्रवेश दिये गये हैं। अगस्त,2017 में इसे पीपीपी एक्ट के तहत ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ का दर्जा दे दिया गया है।

प्रथम चरण का निर्माण कार्य जून तक

सीपीडब्ल्यूडी कोटा के एक्सईएन गौरव बेनीवाल ने बताय कि ट्रिपल आईटी, कोटा के प्रथम चरण में कैम्पस में लगभग 85 करोड़ रू के निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं, जिनको अगले तीन माह में जून तक पूरा करने का लक्ष्य है। संस्थान में नया सत्र जुलाई, 2023 से प्रारंभ होगा, तब तक सभी आधारभूत सुविधायें उपलब्ध करा दी जाएंगी। इसके निर्माण में 50 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार, 35 प्रतिशत राज्य सरकार एवं 15 प्रतिशत राशि 4 औद्योगिक पार्टनर द्वारा दी जा रही है।