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विक्षोभ के असर से राजस्थान में बिजली, बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि

 
 विक्षोभ के असर से राजस्थान में बिजली, बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि​​​​​​​ 
जयपुर, 17 मार्च। चैत्र मास में लगातार प्रदेश में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ है। मौसम विभाग ने बीते 24 घंटों में राज्य के कुछ भागों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश मापी है।

पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश शाहपुरा में 44 मिमी, नागौर में 7 मिमी, जैसलमेर में 5, अजमेर, बूंदी में एक-एक मिमी बारिश मापी गई। पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में शुक्रवार को भी प्रेरित परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। मध्यम से तीव्र दर्जे की थंडरस्टॉर्म, तेज हवाएं व ओलावृष्टि जोधपुर बीकानेर, जयपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर व भरतपुर संभाग के क्षेत्रों में होने की प्रबल संभावना है। शनिवार को मेघगर्जन के साथ बारिश, तेज हवाएं व ओलावृष्टि की गतिविधियां बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में जारी रहने की प्रबल संभावना है। वहीं, रविवार को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 19 मार्च से राज्य के ऊपर प्रभावी होगा और पुनः थंडरस्टॉर्म के साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। 19 और 20 मार्च को मेघगर्जन, बारिश, तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि का दौर राज्य के कुछ भागों में जारी रहेगा।

उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोम का एक नया तंत्र सक्रिय हो गया है। इसी तरह, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात सीमा के पास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके अलावा पाकिस्तान में कराची के आसपास एक भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इनसे राजस्थान सहित गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र में मौसमी बारिश की गतिविधियां तेज हो गई है। प्रदेश में शुक्रवार को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, सिरोही, उदयपुर, पाली, राजसमंद,चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर, करौली, धौलपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी में बारिश हो सकती है। वहीं, अजमेर, पाली, भीलवाड़ा और नागौर में तेज गति से हवाएं चल सकती है।