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जेलों में लगा रहे नई टेक्नोलॉजी के जैमर

 
जेलों में लगा रहे नई टेक्नोलॉजी के जैमर
जयपुर, 15 मार्च। प्रदेश की नौ विभिन्न जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता बनाने के लिए मोबाइल जैमर प्रणाली को अपग्रेड किया जा रहा है। कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय इन जेलों में 64 जैमर लगाए गए थे, लेकिन ये जैमर थ्री-जी प्रणाली के थे। अब इन्हें अपग्रेड कराकर नई टेक्नोलॉजी के जैमर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जो कारागृह आबादी क्षेत्र में आ गए हैं, उन्हें शिफ्ट करने की योजना भी बनाई जा रही है।

कारागार मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। कारागार मंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में 10 मोबाइल बरामद हुए थे। इन प्रकरणों में दोषी कार्मिकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की गई है। कारागार मंत्री ने बताया कि जेलों में मोबाइल, सिम एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद होने के प्रकरणों में 16 सीसी एवं 17 सीसी के तहत 35 कार्मिकों को चार्जशीट दी गई हैं। साथ ही विगत एक वर्ष में जेलों में सघन तलाशी का विशेष अभियान चलाया गया है। इससे वर्ष 2019 में जहां जेलों में 3700 जांच हुई थी। वहीं वर्ष 2022 में 8 हजार जांचें की गई हैं।

इससे पहले विधायक कालीचरण सराफ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कारागार मंत्री ने अवगत कराया कि कारागृहों के आसपास ऊंची इमारतों का निर्माण होने के कारण निषिद्ध वस्तुओं को कारागृहों में फेंक दिए जाने, बंदियों के परिजनों अथवा साथियों द्वारा निषिद्ध सामग्री अन्दर फेंके जाने, पेशी के दौरान बंदियों को लाने एवं ले-जाने, कारागृहों में प्रतिदिन आवश्यक सामान के लाने सहित अन्य कारणों से प्रदेश के कारागृहों में मोबाइल हैंड सेट, सिम एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिलने के प्रकरण आते हैं।