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राजस्थानी युवा समिति के आन्दोलन का असर

जल्द मिलेगा राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा 
 
राजस्थानी युवा समिति के आन्दोलन का असर 
जयपुर, 18 मार्च। राजस्थानी युवा समिति की राजस्थानी को राजभाषा बनाने की लड़ाई एक पायदान ऊपर चढ़ी जब राजस्थान के इतिहास में पहली बार विधानसभा में अनुच्छेद 345 को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया। इस प्रश्न का जवाब शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने विधानसभा में देते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा को राजस्थान की द्वितीय राजभाषा घोषित करने के सम्बन्ध में भाषा राज्यमंत्री ने एक समिति के गठन का अनुमोदन किया है। उन्होंने बताया कि यह समिति छत्तीसगढ़ एवं झारखंड के मॉडल का अध्ययन कर वहां की तर्ज पर राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

राजस्थानी युवा समिति के राष्ट्रीय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई ने कहा कि अब जब विधानसभा के इतिहास में पहली बार अनुच्छेद 345 को आधार बनाकर राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा देने की मांग उठी और सकारात्मक नतीजा आने की आस जगी है तो इस पूरी मेहनत का श्रेय राजस्थानी युवा समिति ने अपने एक लाख से अधिक युवा सदस्यों एवं करोड़ो राजस्थानियो को दिया है। जागरुकता और जनचेतना की इस कड़ी में ही समिति के राजवीर सिंह चलकोई 23 और 24 मॉर्च को उदयपुर में होने वाले "भाषा का मेला" कार्यक्रम में भी राजस्थानी भाषा पर सेशन लेंगे।

गौरतलब है कि राजस्थानी युवा समिति इस मांग को लेकर लम्बे समय से आन्दोलन कर रही है। पूरे राज्य के हर जिले और संभाग में राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिये "हेलो मायड़ भासा रौ" कार्यक्रम कर समिति ने लाखों युवाओं को इस आन्दोलन से जोड़ा है। युवाओं को जोड़ने के लिये नवाचार कर राजस्थानी के मुद्दे को युवा साथियों तक पहुंचाया। प्रवासी भारतीय दिवस के दिन शहीद स्मारक पर सभा एवं कैंडल मार्च में राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों के युवा छात्रनेताओं की हुंकार हो या गोविंददेव को ज्ञापन देने के बहाने सरकार के मंत्री महेश जोशी को घेरना,, रक्तदान शिविर करके युवाओं को जागरूक करना हो या कश्मीर से कन्याकुमारी तक युवा समिति के सदस्य का राजस्थानी मांगे राजभाषा का झंडा लेकर बाइक पर निकलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली यात्रा या लगातार विधायको से मिलकर राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिए समर्थन जुटाना हो राजस्थानी युवा समिति ने लगातार माहौल बनाया है।

संस्थापक हिमान्शु किरण शर्मा ने बताया की इस विधानसभा सत्र में ही ये काम हो सके इस लिये पूरी टीम 25 दिन जयपुर में डेरे डालकर बैठी रही पर जब मुख्यमंत्री वादा करके भी मिलने का टाइम नही दे रहे थे तब इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के लिये समिति ने उपनेता प्रतिपक्ष से गुहार लगाई। राजेन्द्र राठौड़ ने इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए ड्राफ्ट तैयार करने की बात कही और उसके बाद ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाया गया। साथ ही इस विषय की गंभीरता समझाने के लिये राजस्थान युवा समिति निरंतर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के संपर्क में रही। संस्थापक हिमान्शु किरण शर्मा भी राजस्थान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में राजस्थानी के लिए बात करेंगे।

समिति अध्यक्ष अरुण राजपुरोहित और सचिव अरविंद जोशी ने बताया कि समिति लगातार केंद्र सरकार के मंत्रियों से भी संपर्क में है और 8वीं अनुसूची में जोड़ने के लिए भी माहौल तैयार कर रही है। सह सचिव अविनाश पुरोहित ने बताया कि लोग सोशल मीडिया पर हजारो की तादाद में रोज इस मांग को उठाते है। जयपुर प्रभारी शुभम रेवाड़ ने बताया आगे राजस्थनी युवा समिति पूरे राजस्थान में राजस्थानी के लिये संघर्ष करने वाले लोगों एवं समितियों को एक मंच पर लाने की अति महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। उपाध्यक्ष प्रवीण मकवाणा ने बताया कि राजस्थान में फैले युवा समिति के सदस्यों की तरफ से समिति के पदाधिकारी उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ का आभार प्रकट करेंगे।