पंजाब विधानसभा में राज्यपाल के भाषण पर हंगामा, कांग्रेस का वाकआउट
राज्यपाल ने विधायकों को पढ़ाया सदन में बेहतर आचरण का पाठ
Mar 3, 2023, 14:18 IST

चंडीगढ़, 3 मार्च। पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को शुरू हुए बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष दल कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा किया। कांग्रेस के सदस्यों के भाषण में शामिल अंशों पर आपत्ति जताते हुए हंगामा करने की वजह से राज्यपाल को अपना अभिभाषण बीच में ही रोकना पड़ा। हंगामा बढ़ने पर कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया। भाषण समाप्त होने पर राज्यपाल ने अपने लहजे में सरकार तथा विपक्ष को कई तरह की नसीहतें दे डाली।
शुक्रवार को सुबह दस बजे विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बजट अभिभाषण की शुरूआत मेरी सरकार की बजाए अंग्रेजी में द गर्वमेंट शब्द से शुरू किया तो मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बजट अभिभाषण में मेरी सरकार लिखा गया है, इसे अपने भाषण में शामिल किया जाए। इसके बाद राज्यपाल ने मेरी सरकार कहकर भाषण की शुरूआत की। राज्यपाल जब शिक्षा के क्षेत्र में लिए गए फैसलों पर सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे थे तभी कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल ने जब पंजाब सरकार द्वारा प्रिंसीपलों को विदेश भेजने को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया तो नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने राज्यपाल को बीच में रोकते हुए पूछा कि आपके द्वारा इस बारे में सरकार से जो जानकारी मांगी गई थी क्या वह मिल गई है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी (आआपा) विधायकों के बीच तलखी का माहौल पैदा हो गया। राज्यपाल ने भाषण बीच में रोककर उन्हें समझाया कि यह केवल सदन में दिया जाने वाला भाषण है। इस तरह के मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती। राज्यपाल ने कहा कि भाषण पर चर्चा के दौरान वह सरकार से इस बारे में पूछ सकते हैं।
दूसरी तरफ सरकार की तरफ से भी इस मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों पर पलटवार किया गया। राज्यपाल ने कांग्रेस सदस्यों को शांत करते हुए कहा कि आज के भाषण में उन्होंने मेरी सरकार कहा है। इसलिए उन्हें उम्मीद है कि उन्होंने सरकार से जो जानकारी मांगी है, वह मिल जाएगी। हंगामे के चलते करीब छह मिनट राज्यपाल का भाषण बाधित हुआ है, इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया।
राज्यपाल ने तमाम अटकलों के बावजूद अपना पूरा भाषण पढ़ा और भाषण समाप्त करते हुए उन्होंने सदन में पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि सदन के बीच लड़ाई नहीं सकारात्मक बहस होनी चाहिए। राज्यपाल ने अपने राजनीतिक जीवन का उल्लेख सदन में करते हुए कहा कि सदन में अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल से सभी को गुरेज करना चाहिए। यहां ऐसी सकारात्मक बहस हो जिससे पूरे प्रदेश में अच्छा संदेश जाए। राज्यपाल ने भाषण खत्म करने से पहले मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों से रूबरू होते हुए कहा कि भाषण में भ्रष्टाचार के खात्मे और पारदर्शिता का जिक्र किया गया है। बेहतर होगा अपने सार्वजनिक जीवन में भी पारदर्शिता को बढ़ावा दें। राज्यपाल ने कई उदाहरणें देते हुए कहा कि कुछ भी हिडन न रखा जाए, तभी यह प्रदेश रंगला पंजाब बनेगा।
शुक्रवार को सुबह दस बजे विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बजट अभिभाषण की शुरूआत मेरी सरकार की बजाए अंग्रेजी में द गर्वमेंट शब्द से शुरू किया तो मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बजट अभिभाषण में मेरी सरकार लिखा गया है, इसे अपने भाषण में शामिल किया जाए। इसके बाद राज्यपाल ने मेरी सरकार कहकर भाषण की शुरूआत की। राज्यपाल जब शिक्षा के क्षेत्र में लिए गए फैसलों पर सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे थे तभी कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल ने जब पंजाब सरकार द्वारा प्रिंसीपलों को विदेश भेजने को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया तो नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने राज्यपाल को बीच में रोकते हुए पूछा कि आपके द्वारा इस बारे में सरकार से जो जानकारी मांगी गई थी क्या वह मिल गई है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी (आआपा) विधायकों के बीच तलखी का माहौल पैदा हो गया। राज्यपाल ने भाषण बीच में रोककर उन्हें समझाया कि यह केवल सदन में दिया जाने वाला भाषण है। इस तरह के मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती। राज्यपाल ने कहा कि भाषण पर चर्चा के दौरान वह सरकार से इस बारे में पूछ सकते हैं।
दूसरी तरफ सरकार की तरफ से भी इस मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों पर पलटवार किया गया। राज्यपाल ने कांग्रेस सदस्यों को शांत करते हुए कहा कि आज के भाषण में उन्होंने मेरी सरकार कहा है। इसलिए उन्हें उम्मीद है कि उन्होंने सरकार से जो जानकारी मांगी है, वह मिल जाएगी। हंगामे के चलते करीब छह मिनट राज्यपाल का भाषण बाधित हुआ है, इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया।
राज्यपाल ने तमाम अटकलों के बावजूद अपना पूरा भाषण पढ़ा और भाषण समाप्त करते हुए उन्होंने सदन में पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि सदन के बीच लड़ाई नहीं सकारात्मक बहस होनी चाहिए। राज्यपाल ने अपने राजनीतिक जीवन का उल्लेख सदन में करते हुए कहा कि सदन में अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल से सभी को गुरेज करना चाहिए। यहां ऐसी सकारात्मक बहस हो जिससे पूरे प्रदेश में अच्छा संदेश जाए। राज्यपाल ने भाषण खत्म करने से पहले मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों से रूबरू होते हुए कहा कि भाषण में भ्रष्टाचार के खात्मे और पारदर्शिता का जिक्र किया गया है। बेहतर होगा अपने सार्वजनिक जीवन में भी पारदर्शिता को बढ़ावा दें। राज्यपाल ने कई उदाहरणें देते हुए कहा कि कुछ भी हिडन न रखा जाए, तभी यह प्रदेश रंगला पंजाब बनेगा।