एयर इंडिया बहिष्कार के नारे लिखने वाले एसएफजे के दो गुर्गे गिरफ़्तार
दोनों के पास से खालिस्तान का झंडा, तीन स्प्रे कैन और बाइक की बरामद
Dec 4, 2023, 19:34 IST

दोनों ने एसएफजे के लिए काम करने और रुपये मिलने की बात कबूली
चंडीगढ़, 4 दिसंबर पंजाब पुलिस ने सिक्खस फार जस्टिस (एसएफजे) के दो गुर्गों को पंजाब और आसपास के राज्यों में सार्वजनिक स्थानों पर देश विरोधी नारे लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से खालिस्तान का झंडा, तीन स्प्रे कैन और एक बाइक बरामद की है।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोमवार को यहां बताया कि मास्टरमाइंड गुरपतवंत सिंह पन्नू और जगजीत सिंह की हिमायत वाली न्यूयार्क स्थित एसएफजे को भारत सरकार ने ग़ैर-कानूनी संगठन घोषित कर रखा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में 15 अगस्त के दिन ज़िला बठिंडा में, क्रिकेट विश्व कप मैचों के दौरान हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में, राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर और ज़िला अमृतसर में गुरुपर्व के दौरान अलग-अलग स्थानों पर ‘एयर इंडिया का बायकॉट करो’, ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद और एसएफजे जिन्दाबाद’ जैसे नारे लिखे देखे गए थे। पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही थी।
एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस बठिंडा अवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि एसएफजे के साथ जुड़े दो व्यक्तियों की गतिविधि के बारे भरोसेमन्द सूत्रों से मिली थी। इसी सूचना के आधार पर काउन्टर इंटेलिजेंस बठिंडा की पुलिस टीमों ने बठिंडा-बादल रोड पर नन्ही छां चौक के नज़दीक विशेष नाका लगाकर बाइक से जा रहे दो लोगों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्ज़े में से काली स्प्रे की तीन कैन, एक खालिस्तान का झंडा और एक बाइक बरामद की है। गिरफ़्तार लोगों की पहचान बठिंडा जिले के तलवंडी साबो के गांव नसीबपुरा निवासी हरमनप्रीत सिंह और कोटशमीर, बठिंडा निवासी लवप्रीत सिंह के रूप में हुई।
डीजीपी यादव ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ़्तार दोनों लोगों ने एसएफजे संगठन के लिए काम करना स्वीकार किया है। पुलिस के अनुसार यह दोनों एसएफजे के एक मैंबर जगजीत सिंह, जो गुरपतवंत पन्नू की तरफ़ से भारत में एसएफजे के गुर्गों को पैसे भेजता था, के संपर्क में थे। यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ़्तार किये गए दोनों को इन कामों को अंजाम देने के लिए एसएफजे संगठन से वेस्टर्न यूनियन की ओर से अलग- अलग किश्तों में सवा लाख रुपये मिले थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोमवार को यहां बताया कि मास्टरमाइंड गुरपतवंत सिंह पन्नू और जगजीत सिंह की हिमायत वाली न्यूयार्क स्थित एसएफजे को भारत सरकार ने ग़ैर-कानूनी संगठन घोषित कर रखा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में 15 अगस्त के दिन ज़िला बठिंडा में, क्रिकेट विश्व कप मैचों के दौरान हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में, राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर और ज़िला अमृतसर में गुरुपर्व के दौरान अलग-अलग स्थानों पर ‘एयर इंडिया का बायकॉट करो’, ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद और एसएफजे जिन्दाबाद’ जैसे नारे लिखे देखे गए थे। पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही थी।
एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस बठिंडा अवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि एसएफजे के साथ जुड़े दो व्यक्तियों की गतिविधि के बारे भरोसेमन्द सूत्रों से मिली थी। इसी सूचना के आधार पर काउन्टर इंटेलिजेंस बठिंडा की पुलिस टीमों ने बठिंडा-बादल रोड पर नन्ही छां चौक के नज़दीक विशेष नाका लगाकर बाइक से जा रहे दो लोगों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्ज़े में से काली स्प्रे की तीन कैन, एक खालिस्तान का झंडा और एक बाइक बरामद की है। गिरफ़्तार लोगों की पहचान बठिंडा जिले के तलवंडी साबो के गांव नसीबपुरा निवासी हरमनप्रीत सिंह और कोटशमीर, बठिंडा निवासी लवप्रीत सिंह के रूप में हुई।
डीजीपी यादव ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ़्तार दोनों लोगों ने एसएफजे संगठन के लिए काम करना स्वीकार किया है। पुलिस के अनुसार यह दोनों एसएफजे के एक मैंबर जगजीत सिंह, जो गुरपतवंत पन्नू की तरफ़ से भारत में एसएफजे के गुर्गों को पैसे भेजता था, के संपर्क में थे। यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ़्तार किये गए दोनों को इन कामों को अंजाम देने के लिए एसएफजे संगठन से वेस्टर्न यूनियन की ओर से अलग- अलग किश्तों में सवा लाख रुपये मिले थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।