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सिद्धू की पत्नी नवजोत ने मान सरकार से अफीम की खेती पर विचार करने को कहा

 
सिद्धू की पत्नी नवजोत ने मान सरकार से अफीम की खेती पर विचार करने को कहा 

अमृतसर, 11 मार्च। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने एक बार फिर मान सरकार को अफीम की खेती की सलाह दी है। डॉ. नवजोत कौर ने यह मांग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की केंद्र से अफीम की खेती की अपील के बाद रखी है। डॉ. नवजोत कौर अफीम के समर्थन में दूसरी बार उतरी हैं।

नवजोत कौर ने ट्वीट किया कि अफीम की खेती के लिए स्वीकृति ली जाए। यही एकमात्र तरीका है जिससे हम अपने किसानों को समृद्ध होने में मदद कर सकते हैं और विदेशों में निर्यात के साथ सरकार नियंत्रित खेती से अच्छा राजस्व प्राप्त कर सकती है। साथ ही पंजाब को चिकित्सकीय रूप से स्वीकृत उपयोग से सिंथेटिक दवाओं से छुटकारा मिल जाएगा।

ममता बनर्जी ने भी उठाई मांग
नवजोत कौर ने यह मांग प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी द्वारा केंद्र को चि_ी लिखे जाने के बाद उठाई है। डॉ. नवजोत कौर ने यह मांग पहली बार नहीं उठाई। इससे पहले एक बार नवजोत सिंह सिद्धू खुद इसकी हिमायत कर चुके हैं और 2022 के चुनावों से पहले डॉ. नवजोत कौर ने भी इसकी मांग की थी।

पहले भी उठी अफीम की खेती की मांग
अफीम की खेती की मांग सबसे पहले आम आदमी पार्टी के ही पूर्व सांसद धर्मवीर गांधी ने उठाई थी। जिसके समर्थन में कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू आ गए थे। इसके बाद यह मामला 2021 में चुनावों से पहले गर्माया।

तब डॉ. नवजोत कौर ने अफीम की खेती पंजाब में करने व नशे के आदी युवाओं को अफीम विकल्प के रूप में देने की बात कही थी। इतना ही नहीं, भाजपा-अकाली सरकार के समय स्वास्थ्य मंत्री रह चुके सुरजीत कुमार ज्याणी भी अफीम की खेती करने का परामर्श दे चुके हैं। 

डॉ. नवजोत क्यों हैं पक्ष में 
डॉ. नवजोत कौर पेशे से डॉक्टर हैं। वह अच्छे से जानती हैं कि युवा हेरोइन के नशे में जवानी खराब कर चुका है। जैसे जहर को जहर काटता है, उसी तरह नशे को नशा काटता है। दवा लेने वाले युवा तभी तक नशे से दूर हैं, जब तक उन्हें दवा दी जा रही है। जब उन्हें दवा नहीं मिलेगी, वे दोबारा नशा करने लगेंगे।

ऐसे में अगर उन्हें अफीम विकल्प के रूप में देनी शुरू कर दी जाए तो यह शरीर को अधिक खराब नहीं करेगी। इसके साथ ही युवा अफीम के बाद हेरोइन की तरफ झुकेंगे भी नहीं। पहले समय में हेरोइन को डिपुओं पर कोटे के अनुसार दिया जाता था। नवजोत कौर ने इसी कोटे को फिर शुरू करने की मांग उठाई थी।