पंजाब का एक लाख 96 हजार 462 करोड़ का बजट पेश

चंडीगढ़, 10 मार्च। पंजाब विधानसभा में में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने आज अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया। बजट पेश कर रहे वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सरकार अपने बहुत से वादे व गारंटियां पूरी करने जा रही है। बजट में उन्होंने हर वर्ग का ख्याल रखने की बात कही।
चीमा ने कहा कि वित्तवर्ष 2023-24 के लिए पंजाब का बजट 1 लाख 96 हजार 462 करोड़ रुपए का होगा जो पिछले साल से 26 फीसदी ज्यादा है। 2022-23 में पंजाब का बजट 1 लाख 55 हजार 860 करोड़ रुपए का था। चीमा ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार का सर्वाधिक फोकस शिक्षा और स्वास्थ्य पर है लेकिन बाकी क्षेत्रों पर भी बराबर ध्यान दिया जा रहा है। वित्तमंत्री चीमा ने कहा कि सरकार ने जब सत्ता संभाली तो उसे विरासत में भारी कर्जा मिला जो पिछली सरकारों ने लिया था। इसके बावजूद आप सरकार पंजाब के विकास के लिए दृढ़ है।
बजट में किसे क्या मिला
-बुढलाढा व गिदड़बाहा में दो ऑयल मिल्स।
-पराली प्रबंधन के लिए 350 करोड़ रुपए
-75 करोड़ रुपए बटाला और गुरदासपुर में शूगर कंप्लैक्स के लिए दिए थे। पुराने काम पूरे करने के लिए 100 करोड़ अलॉट।
-तकनीकी शिक्षा संस्थानों के सुधार हेतु 615 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत अधिक है।
-गुरूनानक डीम्ड यूनिवर्सिटी ने टिश्यू कल्चर से सेब की किस्म तैयार की है। पंजाब में अगले दो सालों में हिमाचल की तरह सेब दिखाई देंगे।
-सरकार ने स्कूल और उच्च शिक्षा के लिए 17,072 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12 फीसदी अधिक है।
-भारत के 18.11 योगदान के मुकाबले खेतीबाड़ी क्षेत्र राज्य के जीएसडीपी में प्रमुख भूमिका निभाता है। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मौजूदा कीमतों पर पंजाब की प्रति व्यक्ति आमदन 7.40 प्रतिशत रही है। यह 1 लाख 73 हजार 873 रुपए बनती है।
-पंजाब के मुख्य लघु अर्थ संकेतकों की दिशा में अगले अनुमान के अनुसार राज्य के मौजूदा साल के लिए पंजाब का जीएसडीपी 6 लाख 38 हजार 23 करोड़ रुपए रहा है। यह बीते साल के मुकाबले 9.24 प्रतिशत की वृद्धि है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 6 लाख 98 हजार 635 करोड़ रुपए होगी। यह सेवा क्षेत्र के अंतर्गत 45.91 प्रतिशत रहा है। ऐसे ही कृषि क्षेत्र में 28.94 प्रतिशत रहा है। पंजाब के उद्योग में 25.15 प्रतिशत योगदान रहा है।
-वित्त मंत्री चीमा ने प्रतिबद्ध व्यय के लिए 74,620 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा, जो वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है।
-वित्त मंत्री ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पूंजीगत व्यय के लिए 11,782 करोड़ रुपये की घोषणा की, जो पिछले साल के बजट की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है।
-बीते साल से 2023-24 के बजट में 26 फीसदी की वृद्धि।
-मंत्री चीमा ने 1 लाख 96 हजार 462 करोड़ कुल बजट पेश करने की तरजीह रखी।
-इस साल कृषि व सहायक कामकाज को उत्साहित कर किसान-मजदूरों की आमदन को बढ़ाने को ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
-चीमा ने कहा, केंद्र सरकार 9035 करोड़ रुपए की लंबे समय से लटकती उचित मांगे अनदेखा कर रही हैं।
-15वां वित्त आयोग द्वारा डॉ. रमेश चंद सब-कमेटी की रिपोर्ट का हवाला दिया। इसमें 31 हजार सीसीएल लिमिट क्लीन टर्म लोन शिअद-भाजपा सरकार ने लिया था, इसमें से पंजाब सरकार को 6155 करोड़ रुपए देने का वादा केंद्र सरकार ने किया था लेकिन इसकी अदायगी नहीं की गई।
-तीन प्रतिशत की दर से ग्रामीण विकास फीस का 2880 करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने जारी नहीं किया है। केंद्र सरकार पर सोची-समझी साजिश से पैसे जारी नहीं करने के आरोप लगाए।
-चीमा बोले, हम शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत कर रहे हैं।
-पंजाब के युवाओं को अब तक 26 हजार 797 नौकरियां दी जा चुकी हैं। धान की सीधी बिजाई को बढ़ावा दिया जा रहा है। 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा पूरा हुआ।
-भगवंत मान सरकार पुरानी सरकारों की तरफ से दी गई सौगातों (कर्जा) को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
बजट से पहले हरपाल चीमा ने कहा, यह बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखा गया है। बजट में बहुत सारे वादे व गारंटियां आप सरकार पूरी करेगी।