दरबार साहिब में नतमस्तक हुई ओलंपिक से लौटी भारतीय हॉकी टीम
Aug 11, 2024, 14:11 IST

चंडीगढ़, 11 अगस्त पेरिस ओलंपिक में विजय होकर लौटी भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी रविवार की सुबह सचखंड हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए। दरबार साहिब के सूचना केंद्र में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष प्रो. हरजिंदर सिंह धामी ने टीम को सम्मानित किया।
दरबार साहिब नतमस्तक होने वाले खिलाड़ियों में कप्तान हरमनप्रीत सिंह, जर्मनप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, सुखजीत सिंह, गुरजंट सिंह, शमशेर सिंह, जुगराज सिंह के अलावा टीम के कोच तथा उनके पारिवारिक सदस्य भी शामिल थे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में एसजीपीसी अध्यक्ष धामी ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि भारतीय हॉकी टीम में पंजाब से सर्वाधिक खिलाड़ी रहे हैं। टीम में शामिल पंजाब के खिलाड़ियों ने लंबे समय के बाद हॉकी से संबंधित पंजाब के इतिहास हो दोहराया है।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी हमेशा ही अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करती रही है। धामी ने टीम में शामिल खिलाड़ी जर्मनप्रीत सिंह का उल्लेख करते हुए कहा कि सिख परिवारों से संबंधित खिलाड़ियों को खेलते समय अपने सिखी-स्वरूप को भी कायम रखना चाहिए। इस अवसर पर भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वह आज टीम के खिलाड़ियों के साथ दरबार साहिब में नतमस्तक होकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। गुरु साहिब के आशीर्वाद से ही यह जीत संभव हो पाई है।
दरबार साहिब नतमस्तक होने वाले खिलाड़ियों में कप्तान हरमनप्रीत सिंह, जर्मनप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, सुखजीत सिंह, गुरजंट सिंह, शमशेर सिंह, जुगराज सिंह के अलावा टीम के कोच तथा उनके पारिवारिक सदस्य भी शामिल थे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में एसजीपीसी अध्यक्ष धामी ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि भारतीय हॉकी टीम में पंजाब से सर्वाधिक खिलाड़ी रहे हैं। टीम में शामिल पंजाब के खिलाड़ियों ने लंबे समय के बाद हॉकी से संबंधित पंजाब के इतिहास हो दोहराया है।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी हमेशा ही अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करती रही है। धामी ने टीम में शामिल खिलाड़ी जर्मनप्रीत सिंह का उल्लेख करते हुए कहा कि सिख परिवारों से संबंधित खिलाड़ियों को खेलते समय अपने सिखी-स्वरूप को भी कायम रखना चाहिए। इस अवसर पर भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वह आज टीम के खिलाड़ियों के साथ दरबार साहिब में नतमस्तक होकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। गुरु साहिब के आशीर्वाद से ही यह जीत संभव हो पाई है।