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राज्यपाल ने मान सरकार के कर्ज व खर्च पर उठाए सवाल

पंजाब के राज्यपाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री मान काे लिखा पत्र 
 
  राज्यपाल ने मान सरकार के कर्ज व खर्च पर उठाए सवाल
सरकार के अनडिस्क्लोज खर्चों का ब्योरा भी राज्यपाल ने मांगा 
चंडीगढ़, 17 अक्टूबर  पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को उनके जन्मदिन पर एक बार फिर से पत्र भेज दिया है। इस बार उन्होंने अपने पत्र में पंजाब सरकार के लिए गए कर्ज और किए गए खर्च पर सवाल उठाए हैं। साथ ही नसीहत दी है कि सरकार कर्ज के पैसों का प्रयोग आमदन बढ़ाने के लिए करें ना कि लुभावनी स्कीमों पर। उन्होंने इसके साथ अनडिस्क्लोज खर्चों का ब्योरा भी मांगा है।
राज्यपाल ने पत्र में लिखा है कि राज्य से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने दुर्लभ वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन के लिए विवेकपूर्ण राजकोषीय नीतियों का पालन करेगा। उन्होंने लिखा कि जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन प्रभावी और कुशल तरीके से नहीं कर रही है। उदाहरण के लिए 2022-23 में राज्य सरकार ने स्वीकृत राशि 23,835 करोड़ की जगह 33,886 करोड़ उधार लिए हैं। यह राज्य विधानसभा से अनुमोदित राशि से 10,000 करोड़ अधिक है। इस अतिरिक्त कर्ज को स्पष्ट करने की आवश्यकता है, क्योंकि जाहिर तौर पर इसका उपयोग पूंजीगत संपत्ति के निर्माण के लिए नहीं किया गया है।
यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि प्रभावी पूंजीगत व्यय, 11,375.59 करोड़ से 9,691.53 करोड़, अनुमानित से 1,500 करोड़ से अधिक गिर गया। इसके अलावा इस संबंध में संशोधित अनुमानों में अनुमानित आंकड़ों के अनुसार, अतिरिक्त उधार का उपयोग विरासती ब्याज दायित्वों को पूरा करने के लिए भी नहीं किया गया था। वास्तव में ये दर्शाते हैं कि 2022-23 वर्ष के दौरान कुल भुगतान अंततः 19,905 करोड़ रहा, जबकि इस खाते पर भुगतान के लिए बजटीय अनुमान 20,100 करोड़ का था।
राज्यपाल पुरोहित ने मुफ्त में बिजली देने का भी उदाहरण दिया है। राज्यपाल ने कहा कि अब समय आ गया है, पंजाब को मजबूत राजकोषीय स्थिति में वापस लाने के लिए ईमानदार प्रयास किए जाएं। राजकोषीय विवेक के साथ कुशल शासन द्वारा पंजाब के कल्याण को बढ़ाने के लिए बचत का उपयोग किया जाए। ऐसे में सरकार का प्रदर्शन चिंता पैदा कर रहा है। सभी सार्वजनिक कर्जों को सावधानीपूर्वक जांचा जाना चाहिए ताकि पंजाब के युवा अस्थिर कर्जे से प्रभावित न हों। गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से एक बार फिर अतिरिक्त ना बताए गए खर्चों का ब्योरा भी मांगा है।