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वाई-20 सम्मेलन: भारत युवाओं का देश, जिनमें नेतृत्व की क्षमता : रेखा आर्या

 
वाई-20 सम्मेलन: भारत युवाओं का देश, जिनमें नेतृत्व की क्षमता : रेखा आर्या   
ऋषिकेश, 04 मई। उत्तराखंड की खेल और महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि भारत युवाओं का देश है, जिनमें नेतृत्व किए जाने की क्षमता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के दम पर भारत को विकासशील देशों की श्रृंखला में खड़े किए जाने का संकल्प लिया है।

यह बात कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने गुरुवार को भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के तत्वावधान में एम्स, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय 'यूथ -20 कंसल्टेशन इवेन्ट' सम्मेलन में कहीं। इसमें देश-विदेश के लगभग ढाई सौ प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

मंत्री आर्या ने कहा कि भारत आज विभिन्न चुनौतियों से जूझ रहा है, लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को जी-20, वाई-20 जैसे सम्मेलनों की अध्यक्षता किए जाने का मौका मिला है। यह भारत के लिए गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वैश्विक चुनौतियों से जूझते भारत को इस प्रकार के सम्मेलनों से उनका समाधान किए जाने का रास्ता निकलेगा। उन्होंने कहा कि वाई-20 युवाओं से जुड़े मामलों का समूह है, जिसमें दुनिया की 20 बड़ी और उन्नत अर्थव्यवस्थाएं अर्थात जी-20 का का प्रतिनिधित्व करती है ।

यह मंच वैश्विक स्तर के युवा नेताओं का वैश्विक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है-

मंत्री आर्या ने कहा कि वाई-20 निश्चित रूप से हमें ऐसा मंच उपलब्ध कराता है, जहां वैश्विक स्तर के युवा नेताओं का वैश्विक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ ही वैश्विक चुनौतियों और महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श कर स्वस्थ परिचर्चा के माध्यम से आम सहमति से अनुकूलतम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। भारत के लिए प्रथम बार जी-20 की अध्यक्षता करना गौरव का विषय है। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ से प्रारम्भ हुए आजादी के अमृतकाल में इस अवसर से निश्चित रूप से भारतीय लोकतंत्र को मजबूती प्राप्त हुई है। भारत सदैव से ही 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धान्त पर आगे बढ़ता रहा है। 'वसुधैव कुटुम्बकम' की इसी परम्परा ने भारत को विभिन्न चुनौतियों का व्यवहारिक समाधान खोजने और वैश्विक समग्र कल्याण को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।

उन्होंने कहा कि इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हम आज यहां वाई-20 संवाद सम्मेलन के लिए एकत्रित हुए हैं, यह संवाद निश्चित रूप से वैश्विक युवा नेतृत्व को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करेगा। भारत का यह प्रयास है कि वैश्विक युवा नेतृत्व, साझेदारी को और अधिक प्रगाढ़ किया जाए, जिससे युवा साथ आकर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आ रही चुनौतियों का समग्र प्रयासों से सामना कर स्वस्थ और शान्त वैश्विक पटल भावी पीढ़ियों के लिए रख सकें।

उन्होंने कहा कि वाई-20 इण्डिया के साझेदार के रूप में एम्स ऋषिकेश में सम्मेलन की 'थीम हेल्थ वेलनेस एंड स्पोर्ट्स' है, जिसमें निश्चित रूप से ही इन क्षेत्रों में विशेषज्ञ पैनलिस्टों ने विगत 08 सप्ताह से राज्य में विभिन्न रन अप इवेन्ट के माध्यम से स्थानीय संस्थाओं में की जा रही परिचर्चाओं के परिणामों पर मंथन किया जायेगा और एक सार्वभौमिक, सार्वगर्भित हल प्राप्त करने में सफलता प्राप्त होगी। उत्तराखंड सरकार इसके लिए विशेष प्रयास कर रही है।

युवाओं के स्वास्थ्य संवर्द्धन के लिए खेलों को विशेष आयाम दिया जा रहा है-

मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि विगत 01 वर्ष में राज्य सरकार ने युवाओं के स्वास्थ्य संवर्द्धन के लिए खेलों को विशेष आयाम देने के प्रयास किये हैं, जिसके अन्तर्गत खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय खेल अवस्थापना सुविधाएं प्रदान किये जाने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न जनपदीय स्टेडियमों में 37 खेल अवस्थापना सुविधाएं सृजित की जा रही है, जिसके लिए रुपये 209.91 करोड़ की धनराशि व्यय की गयी।

खिलाड़ियों ने अन्तरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेलों में पदक अर्जित करने के फलस्वरूप 13 अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ियों, 183 राष्ट्रीय खिलाड़ियों और उनके 51 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार के रूप में रुपये 5.50 करोड़ धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया। राज्य के सभी जनपदों में लोकप्रिय और प्रचलित खेलों के प्रशिक्षण शिविर संचालित किये जा रहे हैं, जिसमें प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को विभाग निःशुल्क खेल प्रशिक्षण और खेल सामग्री प्रदान करता है। विगत वर्ष में खेल विभाग ने 260 प्रशिक्षण शिविर संचालित किये, जिससे 8163 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण का लाभ प्रदान मिला।

08-14 वर्ष के प्रति जनपद 150 बालक और 150 बालिकाओं को मुख्यमंत्री उदीयमान छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित किया गया। वर्तमान में खेल विभाग के अन्तर्गत विभिन्न खेलों के 13 आवासीय क्रीड़ा छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं, जिसके अन्तर्गत विभिन्न खेल विधाओं अन्तर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। वर्तमान में खेलों को आगे बढ़ाये जाने को राज्य में हाई एल्टीट्यूड सेंटर और खेल विश्वविद्यालय बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने को खेल महाकुम्भ किए जा रहे हैं-

मंत्री आर्या ने बताया कि विगत वर्ष राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने को खेल महाकुम्भ- 2022 के अन्तर्गत न्याय पंचायत, विकासखण्ड, जनपद एवं राज्य स्तर पर विभिन्न 13 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण खेल प्रतियोगिताओं में लगभग 03 लाख युवाओं ने प्रतिभाग किया। इस आयोजन पर रुपये 996.31 लाख की धनराशि व्यय की गयी।

राज्य में युवाओं की साहसिक गतिविधियों को बढ़ाये जाने को व्हाइट वॉटर राफ्टिंग गाइड, ट्रैकिंग आदि गतिविधियों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया है, जिससे युवाओं में साहसिक गतिविधियों के प्रसार के साथ-साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसके लिए 176 युवाओं के लिए साहसिक प्रशिक्षण को रुपये 24.99 लाख और प्रशिक्षण केन्द्र के विकास के लिए रुपये 197.91 लाख की धनराशि अवमुक्त की गयी है। इसके अतिरिक्त युवाओं में माउंटेनियरिंग, स्कीइंग आदि के लिए पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में पण्डित नैन सिंह पर्वतारोहण संस्थान की स्थापना की गयी है, जिसमें विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम किये जा रहे हैं।

इससे पूर्व इवेंट का शुभारंभ प्रदेश सरकार की खेल मंत्री रेखा आर्या, एम्स के निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह, रामकृष्ण मिशन के स्वामी दयानंद पंदा, खेल मंत्रालय के जितेंद्र कुमार सोनकर ,जया चतुर्वेदी, प्रोफेसर बीएन गंगाधर, केके तलवार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

इस दौरान परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि ,रामकृष्ण मिशन के डॉ दयानंद पंदा, जया चतुर्वेदी, केके तलवार खेलकूद मंत्रालय के जितेंद्र कुमार सोनकर ने योग एवं स्वास्थ्य पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किए। दो दिन तक चलने वाले सम्मेलन में कुल आठ सत्र किए जाएंगे।