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आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए संकल्पित होकर काम करें: डॉ. चौहान

पंचायत समिति सदस्यों का रिफ्रेशर कार्यक्रम संपन्न
 
आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए संकल्पित होकर काम करें: डॉ. चौहान 

नीलोखेड़ी । आत्मनिर्भर और उन्नत भारत के निर्माण के लिए पंचायती राज संस्थाओं को और अधिक प्रभावी भूमिका अदा करनी होगी। अपने दायित्व और अधिकारों के प्रति जागरूक जनप्रतिनिधि ही इस कार्य को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकते हैं। हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने आज यहां मुनक और राई विकास खंड के पंचायत समिति सदस्यों और पदाधिकारी को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। राजीव गांधी राज्य पंचायती राज एवं सामुदायिक विकास  संस्थान नीलोखेड़ी के तत्वाधान में दो दिवसीय रिफ्रेशर कार्यक्रम के दौरान पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों से रूबरू होकर ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के संबंध में संवाद किया। कार्यक्रम के अध्यक्षता  राजीव गांधी राज्य पंचायती राज एवं सामुदायिक विकास  संस्थान नीलोखेड़ी की प्रधानाचार्य डॉक्टर सोनिका भट्टी ने की डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी जी ग्राम स्वराज की बात करते थे, उसे सच्चे अर्थों में धरातल पर उतरने का काम वर्तमान सरकार कर रही है। पढ़ी-लिखी और और मातृशक्ति के आधे प्रतिनिधित्व वाली ग्राम पंचायत, समितियां और जिला परिषद हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर अनूठी पहचान दिलवा रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कि जनप्रतिनिधियों के सामने चुनौतियां और समस्याएं नहीं हैं मगर जहां एक रास्ता चुनौतियों को निराशा का आधार बनाकर उनके सामने घुटने टेकना है वहीं इतिहास जनप्रतिनिधि बना रहे हैं जो चुनौतियों को खुली सोच और प्रयोग धर्मिता के दम पर सीधी चुनौती दे रहे हैं  सरकार द्वारा संचालित प्रशिक्षण के कार्यक्रम ऐसे समर्थन जनप्रतिनिधियों की संख्या बढ़ाने की दिशा में उपयोगी साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण से लौटने के बाद प्रशिक्षित पंचायती राज जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में नए प्रयोग करें और जहां समस्याएं सामने आ खड़ी हो, वहां अपने वरिष्ठों और अन्य अनुभवी लोगों से सलाह करने में कभी संकोच न करें। प्रधानाचार्य डॉ. सोनिका भट्टी ने कार्यक्रम में शामिल होकर प्रशिक्षु जनप्रतिनिधियों का उत्साहवर्धन करने के लिए हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान का आभार जताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशिक्षण समाप्त करके जाने के बाद भी प्रशिक्षु जनप्रतिनिधियों और संस्थान के प्रशिक्षकों के बीच एक सजीव संबंध कायम रहेगा। इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर संदीप भारद्वाज,लेक्चरर वीरेंद्र ग्रेवाल,लेक्चरर डिंपी मल्होत्रा ,संजीत कुमार,आशीष कुमार ,संजय कुमार , प्रदीप कुमार , लखविंदर कुमार और देशराज भी मौजूद रहे।