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वैश्विक व घरेलू उद्योगों से भारत में निवेश जारी रखने का आग्रह

 
वैश्विक व घरेलू उद्योगों से भारत में निवेश जारी रखने का आग्रह

नई दिल्ली, 13 मई (उषा माहना)। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने वैश्विक व घरेलू उद्योगों से भारत में निवेश जारी रखने का आग्रह किया, जो तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने यहां सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) के सहयोग से इंवेंटिव प्रेन्योर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईसीसीआई) द्वारा आयोजित जीआईसी 23 इंटर गवर्नमेंटल कनेक्ट में यह टिप्पणी की।

2014 में 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से, भारत 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमसे आगे केवल जापान और जर्मनी हैं। हम 2030 तक तीसरे सबसे बड़े बन जाएंगे, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कल्पना की थी। उन्होंने इस कार्यक्रम में दुनियाभर के लगभग 200 प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा।

मंत्री ने आगे कहा कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार के अपार अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने देश में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों को पूर्ण समर्थन देने का वादा किया।

उन्होंने कहा कि देश विभिन्न स्थानों पर विभिन्न औद्योगिक पार्क देखेगा और निवेशक इस क्षेत्र में व्यापार के अवसरों का पता लगा सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग को उन क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए जहां आयात हो रहा है और इनबाउंड शिपमेंट की जांच के लिए ऐसे उत्पादों का उत्पादन शुरू करना चाहिए।

आईसीसीआई के उपाध्यक्ष ऋषभ मल्होत्रा ​​ने कहा कि विदेशी प्रतिनिधियों में उद्योग जगत के पेशेवर और स्पेन, बेलारूस, मैक्सिको और अफ्रीका जैसे देशों के राजनयिक शामिल हैं।

प्रतिभागी एफएमसीजी, ऑटोमोटिव, लॉजिस्टिक्स, पावर, सोलर और टेलीकॉम जैसे विभिन्न उद्योगों से हैं।

मंत्री के निर्देश के अनुसार ‘हम उन्हें (निवेशकों को) भारत सरकार और विभिन्न अन्य देशों द्वारा पेश की जा रही विभिन्न व्यवसाय-अनुकूल नीतियों पर मार्गदर्शन करेंगे।’