अमेरिकी राष्ट्रपति की ‘स्मृति लोप’ की बात करना दुर्भाग्यपूर्णः विदेश मंत्रालय
Nov 29, 2024, 19:45 IST
नई दिल्ली, 29 नवंबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को लेकर की गई टिप्पणी को विदेश मंत्रालय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह के बयान दोनों देशों के बीच मधुर और महत्वपूर्ण संबंधों के अनुरूप नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी से तुलना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘स्मृति लोप’ की बात करने पर एक प्रश्न पूछा गया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत-अमेरिका बहुआयामी साझेदार हैं। दोनों देशों के बीच यह संबंध दोनों ओर से दृढ़ता, एकजुटता और आपसी सम्मान व प्रतिबद्धता के पालन से बने हैं। इस तरह के बयान भारत की स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के अमरावती में प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने उनकी तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति से की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति भूल जाते थे, उन्हें पीछे से याद दिलाना पड़ता था। यूक्रेन के राष्ट्रपति आए और अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन आए हैं। उन्होंने अपनी याददाश्त खो दी है, वैसे ही हमारे प्रधानमंत्री भी अपनी याददाश्त खो रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी से तुलना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘स्मृति लोप’ की बात करने पर एक प्रश्न पूछा गया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत-अमेरिका बहुआयामी साझेदार हैं। दोनों देशों के बीच यह संबंध दोनों ओर से दृढ़ता, एकजुटता और आपसी सम्मान व प्रतिबद्धता के पालन से बने हैं। इस तरह के बयान भारत की स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के अमरावती में प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने उनकी तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति से की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति भूल जाते थे, उन्हें पीछे से याद दिलाना पड़ता था। यूक्रेन के राष्ट्रपति आए और अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन आए हैं। उन्होंने अपनी याददाश्त खो दी है, वैसे ही हमारे प्रधानमंत्री भी अपनी याददाश्त खो रहे हैं।