Pal Pal India

कोरोना काल में दुनिया ने माना भारत का लोहाः उप राष्ट्रपति

अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का उप राष्ट्रपति ने किया शुभारंभ
 
 
कोरोना काल में दुनिया ने माना भारत का लोहाः उप राष्ट्रपति  
मेरठ, 11 मार्च। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कोरोना संकट काल में केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पूरी दुनिया अचंभित थी कि 140 करोड़ की आबादी वाला देश कोरोना को रोकने में कैसे सफल हुआ। कोरोना की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता कर्फ्यू लगाया, यह उनकी दूरदर्शी सोच को दर्शाता है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत की परिस्थितियां बदली हुई हैं। दुनिया भारत की ओर देख रही है। दुनिया के देश सोचते हैं कि भारत आगे क्या बोलेगा। दुनिया में भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है।

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने शनिवार को चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का शुभारंभ किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इसके साथ ही इस दौरान ओडीओपी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। यह प्रदर्शनी 11 से 13 मार्च तक चलेगी।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत की परिस्थितियां बदली हुई हैं। दुनिया भारत की ओर देख रही है। दुनिया के देश सोचते हैं कि भारत आगे क्या बोलेगा। उन्होंने कहा कि सफाई के मामले में देश में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से रोकथाम में आयुर्वेद ने महती भूमिका निभाई।

संसद में हंगामे को लेकर उप राष्ट्रपति धनखड़ ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि संसद चर्चा के लिए है, हंगामे के लिए नहीं। हमें क्या बोलना है, इस पर सोचना चाहिए। अपनी वाणी को काबू में रखना चाहिए। हमें कुछ भी नहीं बोलना चाहिए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि उपराष्ट्रपति का पहली बार प्रदेश की धरती पर स्वागत है। मेरठ ऐतिहासिक धरती है। महाभारत काल में ये हस्तिनापुर के रूप में इतिहास वर्णित है। ये जयघोष करने वाली धरती है। स्वतंत्रता समर में जयघोष यहीं से हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत की परम्परागत चिकित्सा पद्धति ने पिछले नौ वर्ष में विश्व में लंबी छलांग लगाई है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है जिन्होंने परम्परागत पद्धतियों को आयुष मंत्रालय का रूप दिया। आज योग की क्रिया से हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में जुड़ा है। प्रधानमत्री के प्रयास का ही नतीजा है कि विश्वभर में योग को सम्मान मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान में आयुर्वेद की उन्नति के लिए व्यापक कार्यक्रम चला रही है। इस सम्मेलन में आयुर्वेद की उन्नति के लिए चर्चा विमर्श करेंगे। प्रधानमंत्री के आयुष मंत्रालय गठन का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश में 3959 आयुष चिकत्सालय संचालित हैं। इसमें आयुर्वेद के 2110, होमियोपैथ के 1584, यूनानी के 254 चिकित्सालय हैं। 105 आयुष महाविद्यालय प्रदेश में स्थापित हैं। इसमें 79 आयुर्वेद, 15 यूनानी और 11 होमियोपैथ के महाविद्यालय संचालित हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ही पहला आयुष विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। उत्तर प्रदेश आयुर्वेद की धरती है। भगवान धन्वंतरि की धरती है।

इस कार्यक्रम के बाद उप राष्ट्रपति धनखड़, राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ कोतवाल धनसिंह गुर्जर पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय परिसर में कोतवाल धनसिंह गुर्जर की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे।