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शारदीय नवरात्र रविवार से: घर-मंदिरों में होगी घट स्थापना

 
शारदीय नवरात्र रविवार से: घर-मंदिरों में होगी घट स्थापना
जयपुर, 14 अक्टूबर शारदीय नवरात्र की शुरुआत रविवार से पदम तथा बुधादित्य योग के साथ ही चित्रा नक्षत्र में होने जा रही है। इसके चलते माता मंदिर और घर घर में घटस्थापना की जाएगी। नौ दिनों तक माता रानी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी। पहले दिन घट स्थापना के साथ ही नौ दिन मां जगदम्बा के अलग-अलग रूपों की आराधना होगी। बाजारों में दिवाली से पहले अलग-अलग योग-संयोग में खरीदारी परवान पर रहेगी। माता के शृंगार के लिए चुनरी, प्रसाद व पूजन सामग्री की दुकानें सज चुकी है। मंदिरों में सजावट सहित अन्य तैयारियां अंतिम दौर में हैं। आमेर, दुर्गापुरा, झालाना व राजा पार्क सहित अन्य दुर्गा मंदिरों में कालीन बिछाने के साथ ही छाया के लिए टेंट लगाया गया है।
ज्योतिषाचार्य पंडित श्री कृष्ण चंद्र शर्मा ने बताया कि चार वर्ष बाद रविवार को नवरात्र में मां दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा, जो कि अच्छी बारिश और समृद्धि का संकेत है। घट स्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11.50 से 12.36 बजे और सुबह 6.30 से 8.47 बजे तक का समय सर्वश्रेष्ठ रहेगा। उन्होंने बताया कि शास्त्रों में देवी के आह्वान,घट स्थापना और पूजन के लिए प्रातःकाल का समय सबसे श्रेष्ठ बताया है। नवरात्र के पहले दिन चित्रा नक्षत्र तथा वैधृति योग का संयोग बनने पर शास्त्रों में अभिजीत मुहूर्त के समय घट स्थापना का प्रावधान है। अच्छी बारिश और समृद्धि के योग बन रहे हैं।
इधर आमेर स्थित शिला माता मंदिर में अभिजीत मुहूर्त में रविवार दोपहर 11.55 बजे घट स्थापना होगी। दोपहर 12.55 बजे से भक्त दर्शन कर सकेंगे। पुजारी बनवारी शर्मा ने बताया कि महिला-पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग लाइन बनाई गई हैं। भक्त 16 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह 6 से दोपहर 12.30 और शाम 4 से 8.30 बजे तक शिला माता के दर्शन कर सकेंगे। वहीं प्रोबासी बंगाली कल्चरल सोसायटी की ओर से सी-स्कीम स्थित जय क्लब में नवरात्र के दौरान दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए बंगाल से आए कारीगर क्लब परिसर में पांडाल तैयार कर रहे हैं। साथ ही मां दुर्गा की प्रतिमा को मूर्त रूप देने में जुटे हैं। दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बंगाल की संस्कृति साकार होगी।
यहां भी विशेष आयोजन
राजापार्क पंचवटी सर्किल स्थित वैष्णों माता मंदिर, ब्रह्मपुरी स्थित काली माता मंदिर, सूरजपोल बाजार स्थित रुद्रघंटेश्वरी माता, आमागढ़ स्थित अंबा माता, झालाना स्थित वैष्णोदेवी मंदिर, काली माता मंदिर, आमेर स्थित मनसा माता मंदिर, माता मावलियान, दिल्ली रोड स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में भी घट स्थापना के बाद नौ दिन विशेष आराधना होगी।