सरदार पटेल के विचार देश में लोकतंत्र और एकता का आधार : ओम बिरला
Oct 31, 2023, 19:06 IST

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद थे। संसद के मौजूदा व पूर्व सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी तथा लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर बिरला ने आधुनिक भारत को आकार देने में सरदार पटेल के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि एक सशक्त संविधान तैयार करने में लौह पुरुष की सराहनीय भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा। हमारे पास एक मजबूत और महत्वपूर्ण संविधान है, जो सरदार पटेल जैसे हमारे नेताओं के अथक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने देश की आजादी के समय विभिन्न रियासतों को एकजुट करते हुए उन्हें नवगठित राष्ट्र में शामिल करने में सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के कारण ही सरदार पटेल को आधुनिक भारत के वास्तुकार की उपाधि मिली।
बिरला ने कार्यक्रम के आयोजन स्थल संविधान सदन और केंद्रीय कक्ष के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने युवा प्रतिभागियों से कहा कि यह गर्व की बात है कि सरदार पटेल ने हमारे देश और देशवासियों के प्रति अटूट समर्पण की भावना के साथ इसी कक्ष में बैठकर मजबूत संविधान तैयार किया। इससे प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए अधिकार और न्याय सुनिश्चित हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण भी उपस्थित थीं।
इस अवसर पर बिरला ने आधुनिक भारत को आकार देने में सरदार पटेल के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि एक सशक्त संविधान तैयार करने में लौह पुरुष की सराहनीय भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा। हमारे पास एक मजबूत और महत्वपूर्ण संविधान है, जो सरदार पटेल जैसे हमारे नेताओं के अथक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने देश की आजादी के समय विभिन्न रियासतों को एकजुट करते हुए उन्हें नवगठित राष्ट्र में शामिल करने में सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के कारण ही सरदार पटेल को आधुनिक भारत के वास्तुकार की उपाधि मिली।
बिरला ने कार्यक्रम के आयोजन स्थल संविधान सदन और केंद्रीय कक्ष के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने युवा प्रतिभागियों से कहा कि यह गर्व की बात है कि सरदार पटेल ने हमारे देश और देशवासियों के प्रति अटूट समर्पण की भावना के साथ इसी कक्ष में बैठकर मजबूत संविधान तैयार किया। इससे प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए अधिकार और न्याय सुनिश्चित हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण भी उपस्थित थीं।