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राहुल बोले- आर्ईटी का एक्शन नियमों के खिलाफ, पर चुनाव आयोग और कोर्ट चुप रहे

 
 राहुल बोले- आर्ईटी का एक्शन नियमों के खिलाफ, पर चुनाव आयोग और कोर्ट चुप रहे
नई दिल्ली, 21 मार्च। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा अपने बैंक खाते फ्रीज करने के मामले में कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। सुप्रीम कोर्ट जाने से आधे घंटे पहले मल्लिकार्जुन खडग़े, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। तीनों नेताओं ने एक सुर में कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले बैंक खातों को फ्रीज करवाकर केंद्र सरकार देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को कमजोर और पंगु बनाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में फ्री और फेयर इलेक्शन की बात कैसे हो सकती है।
खडग़े ने कहा- लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। लोकतंत्र के लिए यह जरूरी है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर मिले। ईडी, आईटी और अन्य स्वतंत्र संस्थाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं होना चाहिए। ये नहीं कि जो सत्ता में है, संसाधनों पर उनकी मोनोपॉली हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो।
राहुल गांधी का बयान:
कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए। किसी कोर्ट ने, चुनाव आयोग ने चूं तक नहीं की। किसी ने कुछ नहीं कहा। हमें देश के 20 प्रतिशत लोगों ने वोट किया। हम उनका प्रतिनिधित्व करते हैं। कांग्रेस के बैंक खाते नहीं, देश के लोकतंत्र को फ्रीज किया गया है। हमारे देश में लोकतंत्र है ही नहीं।
कांग्रेस को पंगु बनाने का प्रयास:सोनिया गांधी
चुनाव से ठीक पहले पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करके कांग्रेस को पंगु बनाने की कोशिश की जा रही है। ये लोकतंत्र पर हमला है। पिछले एक महीने से हम हमारे 285 करोड़ का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। अगर हम कोई काम नहीं कर सकते तो लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा।
भाजपा ने बैंक खाता फ्रीज किया: खडग़े
कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खडग़े ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की स्कीम को अवैध व असंवैधानिक कहा, उस स्कीम के तहत भाजपा ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं। यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है। जयराम रमेश ने कहा- इलेक्टोरल बॉन्ड के 4000-8000 करोड़ का चंदा सीधे 4 लाख करोड़ के ठेकों से जुड़ा हुआ है। इससे जुड़े डेटा हम जल्द आपके सामने लाएगे।
कांग्रेस नेता अजय माकन बोले- हमारे पास जो मुद्दा है वह बहुत गंभीर है। इससे न सिर्फ कांग्रेस पर असर पड़ा है, बल्कि लोकतंत्र भी खतरे में है। हमारे अकाउंट का पैसा जबरन छीना जा रहा है। इन हालात में हम अपनी बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि चुनाव में प्रचार कर सकें। इलेक्टोरल बॉन्ड ने सिर्फ भाजपा को ही सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाया है। ये जनता की लड़ाई है, आप हमें सपोर्ट नहीं करेंगे तो न लोकतंत्र जिंदा रहेगा, न आप न हम।
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नड्डा बोले- कांग्रेस हार के डर से ऐसे बयानबाजी कर रही
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को जनता पूरी तरह से खारिज कर देगी और ऐतिहासिक हार के डर से उनके शीर्ष नेतृत्व ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय लोकतंत्र और संस्थानों के खिलाफ बयानबाजी की। वे आसानी से अपनी अप्रासंगिकता का दोष वित्तीय परेशानियों पर मढ़ रहे हैं। दरअसल, उनका दिवालियापन आर्थिक नहीं, बल्कि नैतिक और बौद्धिक है।अपनी गलतियों को सुधारने के बजाय, कांग्रेस अपनी परेशानियों के लिए अधिकारियों को दोषी ठहरा रही है। चाहे आईटेट हो या दिल्ली हाईकोर्ट  उन्होंने कांग्रेस से नियमों का पालन करने, बकाया करों का भुगतान करने के लिए कहा है लेकिन पार्टी ने कभी ऐसा नहीं किया। जिस पार्टी ने हर क्षेत्र, हर राज्य और इतिहास के हर पल में लूट की हो, उसके लिए वित्तीय लाचारी की बात करना हास्यास्पद है। जीप से लेकर हेलिकॉप्टर घोटाले से लेकर बोफोर्स तक सभी घोटालों से जमा हुए पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार में कर सकती है। कांग्रेस के पार्ट टाइम नेता कहते हैं कि भारत के लोकतंत्र होने की बात झूठ है- क्या मैं उन्हें विनम्रतापूर्वक याद दिला सकता हूं कि 1975 और 1977 के बीच सिर्फ कुछ महीनों के लिए भारत एक लोकतंत्र नहीं था और उस समय भारत की प्रधानमंत्री कोई और नहीं बल्कि श्रीमती इंदिरा गांधी थीं।