राहुल गांधी को सदन की मर्यादा की ‘ट्यूशन’ लेने की आवश्यकता : धर्मेंद्र प्रधान
Jul 29, 2024, 20:41 IST
नई दिल्ली, 29 जुलाई केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते पहले राहुल गांधी को सदन की मर्यादा में रहकर कैसे वक्तव्य दिया जाता है, इसकी ‘ट्यूशन’ लेने की आवश्यकता है।
प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने आज लोकसभा में बजट पर चर्चा के समय का इस्तेमाल फिर अपनी नकारात्मक राजनीति के लिए किया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा इरादतन रूप से बार-बार सदन की गरिमा को गिराने का काम किया गया है। नेता प्रतिपक्ष होने के नाते पहले राहुल गांधी को सदन की मर्यादा में रहकर कैसे वक्तव्य दिया जाता है, इसकी ‘ट्यूशन’ लेने की आवश्यकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि चुनावी सभा और संसद में भाषण देने में अंतर होता है, आज फिर राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस की अपरिपक्वता देश की जनता के सामने उजागर हुई है। नेता प्रतिपक्ष को सदन की नियमावली को ठीक से समझकर उसके अनुसार आचरण करने की जरूरत है। सदन देशहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए है, अपनी राजनीति के लिए संसद की पवित्र गरिमा का मजाक उड़ाया जाना निंदनीय है। विपक्ष हमेशा संविधान की फोटो दिखाता है, लेकिन इनकी शैली शुरू से ही संविधान को अपमानित करने की रही है, ये लोग सबसे बड़े संविधान विरोधी हैं।
प्रधान ने कहा कि चाहे देश के दलितों की बात हो, गरीबों की बात हो, किसानों की बात हो, छात्रों की बात हो, खिलाड़ियों की बात हो, मध्यम वर्गीय परिवारों की बात हो, कांग्रेस की इनके प्रति क्या सोच रही है, उसे देश भली-भांति जानता है। वर्षों तक कांग्रेस ने देश को परिवारवाद, भ्रष्टाचार, आतंकवाद एवं कुशासन जैसे चक्रव्यूह में अटकाए रखा, जिससे देश को 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुक्त किया है। मगर, 'बालक बुद्धि' होने का यही नुकसान है, चीजें पहले तो आप पढ़ते नहीं हो और फिर अगर पढ़ भी लिया तो समझने में कठिनाई होती है।
प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने आज लोकसभा में बजट पर चर्चा के समय का इस्तेमाल फिर अपनी नकारात्मक राजनीति के लिए किया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा इरादतन रूप से बार-बार सदन की गरिमा को गिराने का काम किया गया है। नेता प्रतिपक्ष होने के नाते पहले राहुल गांधी को सदन की मर्यादा में रहकर कैसे वक्तव्य दिया जाता है, इसकी ‘ट्यूशन’ लेने की आवश्यकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि चुनावी सभा और संसद में भाषण देने में अंतर होता है, आज फिर राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस की अपरिपक्वता देश की जनता के सामने उजागर हुई है। नेता प्रतिपक्ष को सदन की नियमावली को ठीक से समझकर उसके अनुसार आचरण करने की जरूरत है। सदन देशहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए है, अपनी राजनीति के लिए संसद की पवित्र गरिमा का मजाक उड़ाया जाना निंदनीय है। विपक्ष हमेशा संविधान की फोटो दिखाता है, लेकिन इनकी शैली शुरू से ही संविधान को अपमानित करने की रही है, ये लोग सबसे बड़े संविधान विरोधी हैं।
प्रधान ने कहा कि चाहे देश के दलितों की बात हो, गरीबों की बात हो, किसानों की बात हो, छात्रों की बात हो, खिलाड़ियों की बात हो, मध्यम वर्गीय परिवारों की बात हो, कांग्रेस की इनके प्रति क्या सोच रही है, उसे देश भली-भांति जानता है। वर्षों तक कांग्रेस ने देश को परिवारवाद, भ्रष्टाचार, आतंकवाद एवं कुशासन जैसे चक्रव्यूह में अटकाए रखा, जिससे देश को 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुक्त किया है। मगर, 'बालक बुद्धि' होने का यही नुकसान है, चीजें पहले तो आप पढ़ते नहीं हो और फिर अगर पढ़ भी लिया तो समझने में कठिनाई होती है।