प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर खिलाड़ियों को दी बधाई
मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती पर दी श्रद्धांजलि
Aug 29, 2023, 11:32 IST
नई दिल्ली, 29 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं साथ ही उन्होंने मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री ने लिखा; ''राष्ट्रीय खेल दिवस पर सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं। भारत को राष्ट्र के प्रति उनके योगदान पर गर्व है। मैं मेजर ध्यानचंद जी को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।''
राष्ट्रीय खेल दिवस की शुरुआत खेल के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, खेल भावना और टीम वर्क विकसित करने और लोगों को खेल को एक व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप में मानने के लिए प्रेरित करने के लिए की गई थी।
राष्ट्रीय खेल दिवस के समारोह में विभिन्न एथलीटों को सम्मानित राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है, जिसमें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी शामिल है।
मेजर ध्यानचंद का प्रतिष्ठित करियर-:
ध्यानचंद ने अपनी हॉकी यात्रा ब्रिटिश भारतीय सेना की रेजिमेंटल टीम के साथ शुरू की। मेजर ध्यानचंद सिंह ने वर्ष 1928, 1932 और 1936 में भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते। मेजर ध्यानचंद ने अपने करियर में 570 गोल किये।
नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्टेडियम का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है और ध्यानचंद की किंवदंती भारत के कई हॉकी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री ने लिखा; ''राष्ट्रीय खेल दिवस पर सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं। भारत को राष्ट्र के प्रति उनके योगदान पर गर्व है। मैं मेजर ध्यानचंद जी को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।''
राष्ट्रीय खेल दिवस की शुरुआत खेल के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, खेल भावना और टीम वर्क विकसित करने और लोगों को खेल को एक व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप में मानने के लिए प्रेरित करने के लिए की गई थी।
राष्ट्रीय खेल दिवस के समारोह में विभिन्न एथलीटों को सम्मानित राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है, जिसमें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी शामिल है।
मेजर ध्यानचंद का प्रतिष्ठित करियर-:
ध्यानचंद ने अपनी हॉकी यात्रा ब्रिटिश भारतीय सेना की रेजिमेंटल टीम के साथ शुरू की। मेजर ध्यानचंद सिंह ने वर्ष 1928, 1932 और 1936 में भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते। मेजर ध्यानचंद ने अपने करियर में 570 गोल किये।
नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्टेडियम का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है और ध्यानचंद की किंवदंती भारत के कई हॉकी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनी हुई है।