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बोटाद के समीप ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश, ट्रैक पर रखा 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा

ट्रेन से लोहे का टुकड़ा टकराने से इंजन में खराबी, 3 घंटे तक रुकी रही ट्रेन
 
  बोटाद के समीप ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश, ट्रैक पर रखा 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा
ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन के साथ घटना, डॉग स्क्वाड समेत ड्रोन कैमरे से जांच शुरू 
बोटाद, 25 सितंबर गुजरात के बोटाद के समीप बुधवार तड़के एक बार फिर ट्रेन को बेपटरी किए जाने की साजिश सामने आई है। रेलवे ट्रैक पर 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा रखा गया था, जो ओखा-भावनगर ट्रेन (ट्रेन नंबर 19210) के इंजन से टकरा गया। घटना से इंजन में खराबी होने की वजह से ट्रेन करीब 3 घंटे तक बोटाद के कुंडली गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर रुकी रही। बाद में दूसरा इंजन आने पर ट्रेन को रवाना किया गया। घटना की जानकारी मिलने पर बोटाद एसपी, डीवाईएसपी समेत रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गए हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के 3 बजे के करीब ओखा से भावनगर की ओर जा रही ओखा-भावनगर एक्सप्रेस ट्रेन बोटाद के कुंडली गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर इंजन की खराबी के कारण रुक गई। रेल पटरी पर रखा करीब 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा टकराने से ट्रेन के इंजन में खराबी आ गई। करीब 3 घंटे तक ट्रेन इसी स्थान पर खड़ी रही। बाद में दूसरे इंजन को मंगवाकर ट्रेन को रवाना किया गया।
घटना के संबंध में बोटाद के पुलिस अधीक्षक किशोर बलोलिया ने बताया कि बोटाद जिले के रामपुर पुलिस स्टेशन की सीमा में कुंडली गांव से 2 किलोमीटर दूर की यह घटना है। बुधवार तड़के जब ओखा भावनगर ट्रेन इधर से गुजर रही थी तो किसी ने रेलवे ट्रैक पर 4 फीट लंबा लोहे का टुकड़ा रख दिया था, जिससे ट्रेन टकराकर रुक गई। पैसेंजर ट्रेन होने से इसकी गति सामान्य थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे विभाग और रेलवे पुलिस से जानकारी मिलने के बाद लोकल क्राइम ब्रांच एलसीबी, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी समेत कई टीमें जांच में जुट गई हैं। घटना की जांच के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई हैं, जो डॉग स्क्वॉड और ड्रोन कैमरे से जांच में जुट गई है।
सूरत में भी हुई थी ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश
जानकारी के अनुसार 21 सितम्बर को सूरत के कीम स्टेशन के समीप भी ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई थी, जिसका पर्दाफाश हो गया है। इसमें रेलवे ट्रैक के 71 पैडलॉक और 2 फिश प्लेट खोली गई थीं। हालांकि घटना की जांच में इसमें रेलवे के ही 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है, जो नौकरी में तरक्की और सोशल मीडिया में अपनी वाहवाही को लेकर घटना को अंजाम दिए थे।