अजित पवार समेत नौ को अयोग्य ठहराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका
Jul 3, 2023, 11:17 IST
मुंबई, 03 जुलाई। महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को दिन के घटनाक्रम के बाद आधी रात करीब एक बजे विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के आवास का दरवाजा खटखटाया। राकांपा ने उप मुख्यमंत्री अजित पवार सहित नौ विधायकों को सदस्यता के अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की। याचिका में अजीत के साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य सदस्यों को अपात्र घोषित करने की मांग की गई है।
यह याचिका राकांपा नेता जीतेंद्र आव्हाड ने दाखिल की है। आव्हाड ने पत्रकारों को बताया कि कुछ समय पहले अध्यक्ष को अपात्रता याचिका सौंपी है। इसकी एक प्रति ई-मेल से भी भेजी गई है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को फोन किया। उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिर उन्हें मैसेज किया। इसकी एक प्रति व्हाट्स ऐप पर भी भेजी गई है। अपात्रता याचिका व्यक्तिगत रूप से देने की व्यवस्था की गई है।
राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि अजीत पवार सहित नौ विधायकों ने पार्टी के अध्यक्ष को बिना बताए और पार्टी की नीतियों से हटकर मंत्री पद की शपथ ली है। नौ विधायक किसी भी तरह पार्टी के नहीं हो सकते। इन पर कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा गया है। अनुशासन समिति को भी पत्र लिखा गया है। संबंधित सदस्यों को भी अपात्रता का नोटिस भेजा गया है। इस संबंध में जब भी विधानसभा अध्यक्ष हमें बुलाएंगे, हम उनसे मिलने जाएंगे।
यह याचिका राकांपा नेता जीतेंद्र आव्हाड ने दाखिल की है। आव्हाड ने पत्रकारों को बताया कि कुछ समय पहले अध्यक्ष को अपात्रता याचिका सौंपी है। इसकी एक प्रति ई-मेल से भी भेजी गई है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को फोन किया। उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिर उन्हें मैसेज किया। इसकी एक प्रति व्हाट्स ऐप पर भी भेजी गई है। अपात्रता याचिका व्यक्तिगत रूप से देने की व्यवस्था की गई है।
राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि अजीत पवार सहित नौ विधायकों ने पार्टी के अध्यक्ष को बिना बताए और पार्टी की नीतियों से हटकर मंत्री पद की शपथ ली है। नौ विधायक किसी भी तरह पार्टी के नहीं हो सकते। इन पर कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा गया है। अनुशासन समिति को भी पत्र लिखा गया है। संबंधित सदस्यों को भी अपात्रता का नोटिस भेजा गया है। इस संबंध में जब भी विधानसभा अध्यक्ष हमें बुलाएंगे, हम उनसे मिलने जाएंगे।