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दुनियाभर के लोगों तक हेल्थकेयर पहुंचाना हमारा लक्ष्य: मोदी

 
दुनियाभर के लोगों तक हेल्थकेयर पहुंचाना हमारा लक्ष्य: मोदी

नई दिल्ली, 26 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हो रहे वन अर्थ, वन हेल्थ समिट का वर्चुअली उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लोगों तक हेल्थकेयर को पहुंचाना और इसे अफॉर्डेबल बनाना है। कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग भी शामिल हुए।

पीएम ने आगे कहा- मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन और दवाओं के जरिए लोगों की जिंदगी बचाने के मिशन में भारत ने कई देशों की मदद की है। भारत ने कोविड महामारी के दौरान 30 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज 100 से ज्यादा देशों में पहुंचाई हैं। यह हमारी क्षमता और प्रतिबद्धता को दिखाता है।

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सभी का अच्छा स्वास्थ्य और शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक कल्याण है। प्राचीन भारत ने आधुनिक दुनिया को योगा और मेडिटेशन का उपहार दिया है। ये आज ग्लोबल मूवमेंट्स बन चुके हैं। जो देश अपने नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य चाहते हैं, हम उनके भरोसेमंद साथी बने रहेंगे। भारत में असमानता को कम करना और वंचितों तक मदद पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। देश-विदेश में हमारे डॉक्टर अपनी क्षमता और प्रतिबद्धता के लिए सम्मान पाते हैं। ऐसे कई हेल्थकेयर सिस्टम हैं जो भारतीय डॉक्टरों के टैलेंट से लाभ ले रहे हैं।

मनसुख मंडाविया ने कहा कि ज्यादा पावर के साथ बड़ी जिम्मेदारियां भी आती हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसा भविष्य बनाएं, जिसमें हेल्थकेयर बिजनेस नहीं बल्कि सर्विस हो। उन्होंने कहा- भारत कई विकासशील देशों की अस्पताल बनाने में मदद कर रहा है। जिससे वे अपने यहां मरीजों का इलाज कर सकें और गंभीर मरीजों को भारत भेज सकें। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के ऐसे कई मरीज हैं, जिन्हें भारत की मॉडर्न और पारंपरिक चिकित्सा का लाभ मिला है। दो दिन के इस इवेंट की थीम 'मेडिकल ट्रैवल और हेल्थकेयर एक्सपोर्टÓ है। इसका उद्देश्य इंटरनेशनल मेडिकल टूरिज्म हब के तौर पर भारत को पहचान दिलाना भी है। 26 से 27 अप्रैल तक होने वाली समिट एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया का छठवां सीजन है। स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत मेडिकल सुविधाएं और वेलफेयर सर्विसेज के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है। समिट में 10 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ 70 से ज्यादा देशों के 500 से अधिक डेलीगेट्ल शामिल हो रहे हैं। समिट में बांग्लादेश, आर्मेनिया, भूटान, मिस्र, घाना, गिनी, मालदीव, नाइजीरिया, रूस और सोमालिया आदि देश शामिल हैं।