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विपक्ष हुआ एकजुट, निकाला पैदल मार्च

 
विपक्ष हुआ एकजुट, निकाला पैदल मार्च

नई दिल्ली, 15 मार्च। संसद सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भारी हंगामे के बाद लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष के नेता जहां अडाणी मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग पर अड़े रहे, वहीं भाजपा के सांसद लंदन में दिए गए बयान को लेकर राहुल गांधी से माफी की मांग पर डटे रहे। इधर, सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के घर विपक्ष के 16 नेताओं ने बैठक की। आज ही राहुल गांधी विदेश से लौटे और एक बार फिर अडाणी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इधर, सत्र स्थगित होते ही विपक्ष के नेता ईडी ऑफिस पर प्रदर्शन के लिए निकले हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। सत्र शुरू होने से आधे घंटे पहले यानी सुबह साढ़े 10 बजे कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े के पार्लियामेंट चैंबर में विपक्ष के 16 दलों के नेताओं ने बैठक की। इसमें हिंडनबर्ग-अडाणी रिपोर्ट की जांच के लिए जेपीसी की मांग को लेकर सरकार पर और दबाव बनाने पर सहमति बनी। सभी दलों ने एक सुर में अडाणी मामले में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। सत्र के स्थगित होते ही सभी मार्च के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर ही रोक लिया। वे विजय चौक से करीब ढाई किलोमीटर दूर ईडी ऑफिस नहीं जा सके। करीब 25 मिनट तक विजय चौक पर ही प्रदर्शन करने के बाद सभी नेता संसद की ओर लौट गए। इस प्रदर्शन में शरद पवार की एनसीपी और ममता बनर्जी की  टीएमसी के सांसद शामिल नहीं हुए।  
टीएमसी ने बताई कांग्रेस के साथ न जाने की वजह
अडाणी मामले और ईडी, सीबीआई की कार्रवाई को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसद कांग्रेस और विपक्ष के अन्य दलों से अलग प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पर टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि सत्ता पक्ष हो या मुख्य विपक्षी दल, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ हैं। बंगाल में कांग्रेस पार्टी भाजपा और सीपीएम के साथ मिली हुई है, इसलिए हम कांग्रेस नेताओं द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं।