एनएसयूआई ने सात साल बाद डूसू अध्यक्ष पद जीता
Nov 25, 2024, 19:21 IST
नई दिल्ली, 25 नवंबर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज की है। सात साल के बाद एनएसयूआई ने डूसू अध्यक्ष पद पर कब्जा किया है। हालांकि, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने उपाध्यक्ष पद जीतने के साथ ही सचिव पद बरकरार रखा है।
डूसू चुनाव 2024-25 की मतगणना सोमवार को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई। अंतिम परिणामों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए 20,207 वोट लेकर एनएसयूआई उम्मीदवार रौनक खत्री विजयी रहे जबकि 18,868 वोट लेकर एबीवीपी के ऋषभ चौधरी दूसरे स्थान पर रहे। खत्री ने ऋषभ चौधरी को 1,339 वोटों से हराया।
एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने 24,166 वोट हासिल कर 8,762 वोटों के अंतर से डूसू उपाध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया। भानु प्रताप को कुल 24,166 वोट मिले। एनएसयूआई के यश नांदल को 15,404 वोट मिले।
सचिव पद पर एबीवीपी की मित्रविंदा कर्णवाल 1467 वोटों से विजयी रहीं। उन्हें कुल 16,703 वोट मिले, जबकि एनएसयूआई की नम्रता जेफ को कुल 15,236 वोट मिले।
एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने 6726 वोटों के अंतर से एबीवीपी के अमन कपासिया को हराकर संयुक्त सचिव पद जीता। चौधरी को कुल 21,975 वोट मिले जबकि अमन कपासिया को 15,249 वोट मिले।
डूसू चुनाव के लिए नियुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. सत्यपाल सिंह ने बताया कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए 8, उपाध्यक्ष पद के लिए 5, सचिव पद के लिए 4 और संयुक्त सचिव पद के लिए 4 उम्मीदवार मैदान में थे।
अध्यक्ष के लिए प्राप्त कुल 50689 मतों में से अनिकेत मांडके को कुल 2028, बदी उ ज़मान को 844, पिंकी को 854, ऋषभ चौधरी को 18868, रौनक खत्री को 20207, सावी गुप्ता को 2695, शीतल को 407 और शिवम मौर्य को 880 मत प्राप्त हुए। अध्यक्ष पद के लिए 3906 विद्यार्थियों ने नोटा को चुना।
उपाध्यक्ष पद के लिए प्राप्त कुल 50918 मतों में से आयुष मंडल को कुल 3650, बनश्री दास को 2339, भानु प्रताप सिंह को 24166, रोविन सिंह को 948, यश नांदल को 15404 और नोटा को 4411 मत प्राप्त हुए।
सचिव पद पर कुल 50874 मत प्राप्त हुए थे, जिनमें से आदित्यन एमए को 3358, मित्रविन्दा कर्णवाल को 16703, नम्रता जेफ को 15236 और स्नेहा अग्रवाल को कुल 8806 मत प्राप्त हुए। 6771 विद्यार्थियों ने सचिव पद पर नोटा को मतदान किया।
संयुक्त सचिव पद के लिए कुल 50977 मत प्राप्त हुए थे, जिनमें से अमन कपासिया को कुल 15249, अनामिका के को 5676, अंजना सुकुमारन को 2417, लोकेश चौधरी को 21975 और नोटा को 5660 मत प्राप्त हुए।
डूसू चुनाव 2024-25 की मतगणना सोमवार को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई। अंतिम परिणामों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए 20,207 वोट लेकर एनएसयूआई उम्मीदवार रौनक खत्री विजयी रहे जबकि 18,868 वोट लेकर एबीवीपी के ऋषभ चौधरी दूसरे स्थान पर रहे। खत्री ने ऋषभ चौधरी को 1,339 वोटों से हराया।
एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने 24,166 वोट हासिल कर 8,762 वोटों के अंतर से डूसू उपाध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया। भानु प्रताप को कुल 24,166 वोट मिले। एनएसयूआई के यश नांदल को 15,404 वोट मिले।
सचिव पद पर एबीवीपी की मित्रविंदा कर्णवाल 1467 वोटों से विजयी रहीं। उन्हें कुल 16,703 वोट मिले, जबकि एनएसयूआई की नम्रता जेफ को कुल 15,236 वोट मिले।
एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने 6726 वोटों के अंतर से एबीवीपी के अमन कपासिया को हराकर संयुक्त सचिव पद जीता। चौधरी को कुल 21,975 वोट मिले जबकि अमन कपासिया को 15,249 वोट मिले।
डूसू चुनाव के लिए नियुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. सत्यपाल सिंह ने बताया कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए 8, उपाध्यक्ष पद के लिए 5, सचिव पद के लिए 4 और संयुक्त सचिव पद के लिए 4 उम्मीदवार मैदान में थे।
अध्यक्ष के लिए प्राप्त कुल 50689 मतों में से अनिकेत मांडके को कुल 2028, बदी उ ज़मान को 844, पिंकी को 854, ऋषभ चौधरी को 18868, रौनक खत्री को 20207, सावी गुप्ता को 2695, शीतल को 407 और शिवम मौर्य को 880 मत प्राप्त हुए। अध्यक्ष पद के लिए 3906 विद्यार्थियों ने नोटा को चुना।
उपाध्यक्ष पद के लिए प्राप्त कुल 50918 मतों में से आयुष मंडल को कुल 3650, बनश्री दास को 2339, भानु प्रताप सिंह को 24166, रोविन सिंह को 948, यश नांदल को 15404 और नोटा को 4411 मत प्राप्त हुए।
सचिव पद पर कुल 50874 मत प्राप्त हुए थे, जिनमें से आदित्यन एमए को 3358, मित्रविन्दा कर्णवाल को 16703, नम्रता जेफ को 15236 और स्नेहा अग्रवाल को कुल 8806 मत प्राप्त हुए। 6771 विद्यार्थियों ने सचिव पद पर नोटा को मतदान किया।
संयुक्त सचिव पद के लिए कुल 50977 मत प्राप्त हुए थे, जिनमें से अमन कपासिया को कुल 15249, अनामिका के को 5676, अंजना सुकुमारन को 2417, लोकेश चौधरी को 21975 और नोटा को 5660 मत प्राप्त हुए।