नेपाल में हेलीकॉप्टर कंपनियों ने एवरेस्ट क्षेत्र के लिए सभी उड़ानें रोकीं
Jan 5, 2025, 20:06 IST
काठमांडू, 05 जनवरी देश की सभी हेलीकॉप्टर कंपनियों ने रविवार से एवरेस्ट क्षेत्र के लिए सभी उड़ानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला लिया है। एयरलाइन कंपनियों की लॉबी एयरलाइंस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ नेपाल (एओएएन) ने कहा कि हेलीकॉप्टर कंपनियां एवरेस्ट क्षेत्र में उड़ानों का संचालन करने में असमर्थ हैं, जब तक उन्हें अपने हेलीकॉप्टरों की सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाता है।
दरअसल, कुछ दिन पहले सागरमाथा राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय, खुम्बू पासांग ल्हामू गांवपालिका और विभिन्न स्थानीय संगठनों ने राष्ट्रीय उद्यानों के पर्यावरण और पारिस्थितिकी पर प्रभाव का हवाला देते हुए 1 जनवरी से एवरेस्ट क्षेत्र में वाणिज्यिक हेलीकॉप्टर उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया था। इस पर एयरलाइंस कंपनियों का आरोप है कि स्थानीय निकाय और कुछ संस्थानों के अवरोध के बावजूद सरकार की तरफ से कोई भी पहल नहीं की गई है।
एओएएन ने बयान में कहा है कि हेलीपैड पर झंडे लगाने जैसी गतिविधियों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से हेलीकॉप्टर की उड़ान रोकने का फैसला लेना पड़ रहा है। बयान में आपातकालीन लैंडिंग को मुश्किल बनाने के कारण भी यह फैसला लेने पर मजबूर होने की बात कही गई है। एओएएन ने कहा है कि सरकार की तरफ से लिखित रूप से सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिलने तक उड़ानों को निलंबित ही रखा जाएगा। एओएएन ने यह भी कहा है कि सुरक्षा का आश्वासन न मिलने पर शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग (एसटीओएल) ऑपरेटर भी धीरे-धीरे अपने परिचालन को निलंबित कर देंगे।
दरअसल, कुछ दिन पहले सागरमाथा राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय, खुम्बू पासांग ल्हामू गांवपालिका और विभिन्न स्थानीय संगठनों ने राष्ट्रीय उद्यानों के पर्यावरण और पारिस्थितिकी पर प्रभाव का हवाला देते हुए 1 जनवरी से एवरेस्ट क्षेत्र में वाणिज्यिक हेलीकॉप्टर उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया था। इस पर एयरलाइंस कंपनियों का आरोप है कि स्थानीय निकाय और कुछ संस्थानों के अवरोध के बावजूद सरकार की तरफ से कोई भी पहल नहीं की गई है।
एओएएन ने बयान में कहा है कि हेलीपैड पर झंडे लगाने जैसी गतिविधियों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से हेलीकॉप्टर की उड़ान रोकने का फैसला लेना पड़ रहा है। बयान में आपातकालीन लैंडिंग को मुश्किल बनाने के कारण भी यह फैसला लेने पर मजबूर होने की बात कही गई है। एओएएन ने कहा है कि सरकार की तरफ से लिखित रूप से सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिलने तक उड़ानों को निलंबित ही रखा जाएगा। एओएएन ने यह भी कहा है कि सुरक्षा का आश्वासन न मिलने पर शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग (एसटीओएल) ऑपरेटर भी धीरे-धीरे अपने परिचालन को निलंबित कर देंगे।