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डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक भागीदारी महिलाओं की: राष्ट्रपति

 
डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक भागीदारी महिलाओं की: राष्ट्रपति

पल पल न्यूज: करनाल,  24 अप्रैल (डा. हरीश चावला)। भारत की राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू ने आज राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल के 19वें दीक्षांत समारोह में 544 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी अपने जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़ रहे हैं, इसलिए आप सदैव नया सीखने के लिए प्रयत्नशील रहें  तथा जन कल्याण के लिए कार्य करें। राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि आप राष्ट्र की प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें और डेयरी उद्योग में रोजगार प्राप्त करने के साथ-साथ उद्यमी अवश्य बनें। इस क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं और आपको इन संभावनाओं का लाभ उठाना चाहिए। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। भारत का विश्व के दूध उत्पादन में लगभग 22 प्रतिशत का योगदान है। डेयरी सेक्टर का देश की जीडीपी में लगभग 5 प्रतिशत का योगदान है तथा डेयरी उद्योग से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 8 करोड़ परिवारों को आजीविका प्रदान करता है।

डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक भागीदारी महिलाओं की

द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि डेयरी उद्योग के प्रबंधन में नारी शक्ति अहम भूमिका निभा रही है। डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक भागीदारी महिलाओं की है। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में एक तिहाई से अधिक लड़कियां हैं और गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में भी 50 प्रतिशत लड़कियां शामिल हैं। डेयरी सेक्टर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में और उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति में बदलाव लाने में खास महत्व रखता है। महिलाओं को नेतृत्व प्रदान करने के लिए समान अधिकार व समान अवसर मिलें, यह सुनिश्चित करने हेतु हमें महिलाओं के प्रशिक्षण तथा कौशल विकास के लिए अधिक अवसर उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इसके साथ-साथ डेयरी फार्मिंग में महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए आसान ऋण की व्यवस्था भी होनी चाहिए।

हरियाणा देश के दुग्ध उत्पादन में दूसरे स्थान पर: राज्यपाल

इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल  बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रपति का हरियाणा की पावन धरा पर पधारने के लिए पूरे प्रदेशवासियों की तरफ से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि हरियाणा देश के दुग्ध उत्पादन में दूसरे स्थान पर आता है। एन.डी.आर.आई करनाल में देसी गाय की बछड़ी का कलोन बनाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय डेयरी उद्योग में देश के आर्थिक विकास में योगदान देने और लाखों लोगों के जीवन में सुधार करने की अपार क्षमता है। सही नीतियों, निवेश और नवाचार के साथ, भारत डेयरी उद्योग में एक वैश्विक अग्रदूत बन सकता है, और यह दूसरी श्वेत क्रांति के लिए सही समय है।

डेयरी उद्योग चलाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र से दिलाया जाएगा लोन: मुख्यमंत्री

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को डेयरी उद्योग चलाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र से लोन दिलाया जाएगा ताकि युवा स्वरोजगार के साथ -साथ हरियाणा द्वारा पूरे देश को दूध आपूर्ति करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए सर्वे करवाया गया था, जिसमें 60 प्रतिषत युवाओं ने डेयरी के क्षेत्र में स्वरोजगार अपनाने की इच्छा जताई थी। ऐसे युवाओं के सपनों को पंख लगाने के लिए राज्य सरकार बैंकिंग क्षेत्र से बात करके सहकारी विभाग के माध्यम से उनके डेयरी उद्योग को स्थापित करवाने में सहयोग करेगी। उन्होंने इस अवसर पर डिग्री और डॉक्टरेट की उपाधि को प्राप्त करने वाले युवाओं को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह न सिर्फ किसी विद्यार्थी के जीवन के लिए बल्कि किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए बहुत महत्त्व रखता है। समारोह में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं  डेयरी मंत्री  परशोत्तम रूपाला, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, आईसीएआर-एनडीआरआई के निदेशक और कुलपति डॉ. धीर सिंह सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।