मूडीज ने अडाणी समूह के सात कंपनियों की रेटिंग घटाकर ‘नेगेटिव’ किया
Nov 26, 2024, 19:21 IST
नई दिल्ली, 26 नवंबर अडाणी समूह की मुश्किलें कम होने की बजाय दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। अमेरिकी अदालत में लगे आरोपों के बाद ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अडाणी समूह की सात कंपनियों का आउटलुक ‘स्थिर’ से घटाकर ‘नेगेटिव’ कर दिया है। शेयर बाजार में भी अडाणी सूमह की कंपनियों के शेयरों में चौतरफा बिकवाली देखी गई, जबकि सबसे ज्यादा गिरावट अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में आई।
मूडीज ने मंगलवार को कहा कि अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के चेयरमैन गौतम अडाणी और समूह के प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्यों पर कथित रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद अडाणी समूह की सात इकाइयों के साख परिदृश्य को ‘स्थिर’ से घटाकर ‘नकारात्मक’ कर दिया गया है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि इन कंपनियों में अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी ट्रांसमिशन की दो-दो यूनिट, अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) और अडाणी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल हैं।
अमेरिकी अभियोजकों ने उद्योगपति गौतम अडाणी पर कथिच तौर पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी (करीब 2100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया है। अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया है, जबकि अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने समूह के खिलाफ दीवानी मामला दायर किया है।
मूडीज ने मंगलवार को कहा कि अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के चेयरमैन गौतम अडाणी और समूह के प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्यों पर कथित रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद अडाणी समूह की सात इकाइयों के साख परिदृश्य को ‘स्थिर’ से घटाकर ‘नकारात्मक’ कर दिया गया है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि इन कंपनियों में अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी ट्रांसमिशन की दो-दो यूनिट, अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) और अडाणी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल हैं।
अमेरिकी अभियोजकों ने उद्योगपति गौतम अडाणी पर कथिच तौर पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी (करीब 2100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया है। अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया है, जबकि अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने समूह के खिलाफ दीवानी मामला दायर किया है।