ट्रक-टैक्सी ड्राइवरों के लिए सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बनेंगे आधुनिक विश्राम गृह : प्रधानमंत्री
Feb 2, 2024, 19:44 IST
नई दिल्ली, 02 फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ट्रक और टैक्सी ड्राइवरों को बीच सफर में आराम देने के लिए सभी राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर नई सुविधाओं वाले आधुनिक विश्राम गृह बनाए जाएंगे। योजना के पहले चरण में एक हजार आधुनिक विश्राम गृह तैयार किये जाएंगे। वह यहां भारत मंडपम में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के दिग्गजों के बीच एक मानवीय पहलू की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि लाखों ड्राइवर भी मोबिलिटी सेक्टर का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि जो ट्रक चलाते हैं, जो टैक्सी चलाते हैं, वो ड्राइवर हमारी सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा हैं। अक्सर ये ड्राइवर घंटों-घंटों लगातार ट्रक चलाते हैं। इनके पास आराम का समय नहीं होता। ऐसी मुश्किल परिस्थिति में ये लोग सड़क हादसों का भी शिकार हो जाते हैं। ट्रक ड्राइवरों और उनके परिवार की इस चिंता को हमारी सरकार भली भांति समझती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्राइवरों को बीच सफर में आराम देने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना पर काम शुरू किया है। इस योजना के तहत सभी नेशनल हाइवे पर ड्राइवरों के लिए नई सुविधाओं वाले आधुनिक भवनों का निर्माण होगा। इन भवनों में ड्राइवरों के लिए भोजन, पीने का साफ पानी, शौचालय, पार्किंग और आराम करने की पूरी व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि योजना के पहले चरण में देशभर में ऐसे एक हजार भवन बनाने की है। ट्रक और टैक्सी ड्राइवरों के लिए बनाए गये ये भवन ड्राइवरों की ईज ऑफ लिविंग और ईंज ऑफ ट्रैवलिंग दोनों बढ़ाएंगे। इससे उनकी सेहत भी ठीक रहेगी और दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो ऑटोमोटिव क्षेत्र में भारत की शक्ति को शानदार ढंग से प्रदर्शित करता है। उन्होंने ऑटोमोटिव उद्योग को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी और दिल्ली के लोगों से इस एक्सपो को देखने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज का भारत, 2047 तक विकसित बनने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में मोबिलिटी सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है। मैंने लाल किले की प्राचीर से कहा, "यही समय, सही समय है।" मैंने ये शब्द देश की जनता की क्षमता के कारण कहे। प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मेरी पहली टर्म थी, उस समय मैंने एक ग्लोबल लेवल की मोबिलिटी कांफ्रेंस प्लान की थी। उस समय की आप चीजें देखेंगे कि बैटरी पर हमारा फोकस क्यों होना चाहिए, इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ हमें कैसे जल्दी जाना चाहिए। इन विषयों पर विस्तार से वो समिट हुआ था। आज मैं अपनी दूसरी टर्म में देख रहा हूं कि खासी मात्रा में प्रगति हो रही है और मुझे विश्वास है कि तीसरी टर्म में भी यह तेजी से आगे बढ़ेगा।”
उद्योग जगत से बैटरी बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करने के लिए अनुसंधान एवं विकास को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की आर्थिक शक्ति बनने की कगार पर खड़ा है और मोबिलिटी सेक्टर इसमें अहम भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के दिग्गजों के बीच एक मानवीय पहलू की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि लाखों ड्राइवर भी मोबिलिटी सेक्टर का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि जो ट्रक चलाते हैं, जो टैक्सी चलाते हैं, वो ड्राइवर हमारी सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा हैं। अक्सर ये ड्राइवर घंटों-घंटों लगातार ट्रक चलाते हैं। इनके पास आराम का समय नहीं होता। ऐसी मुश्किल परिस्थिति में ये लोग सड़क हादसों का भी शिकार हो जाते हैं। ट्रक ड्राइवरों और उनके परिवार की इस चिंता को हमारी सरकार भली भांति समझती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्राइवरों को बीच सफर में आराम देने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना पर काम शुरू किया है। इस योजना के तहत सभी नेशनल हाइवे पर ड्राइवरों के लिए नई सुविधाओं वाले आधुनिक भवनों का निर्माण होगा। इन भवनों में ड्राइवरों के लिए भोजन, पीने का साफ पानी, शौचालय, पार्किंग और आराम करने की पूरी व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि योजना के पहले चरण में देशभर में ऐसे एक हजार भवन बनाने की है। ट्रक और टैक्सी ड्राइवरों के लिए बनाए गये ये भवन ड्राइवरों की ईज ऑफ लिविंग और ईंज ऑफ ट्रैवलिंग दोनों बढ़ाएंगे। इससे उनकी सेहत भी ठीक रहेगी और दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो ऑटोमोटिव क्षेत्र में भारत की शक्ति को शानदार ढंग से प्रदर्शित करता है। उन्होंने ऑटोमोटिव उद्योग को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी और दिल्ली के लोगों से इस एक्सपो को देखने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज का भारत, 2047 तक विकसित बनने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में मोबिलिटी सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है। मैंने लाल किले की प्राचीर से कहा, "यही समय, सही समय है।" मैंने ये शब्द देश की जनता की क्षमता के कारण कहे। प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मेरी पहली टर्म थी, उस समय मैंने एक ग्लोबल लेवल की मोबिलिटी कांफ्रेंस प्लान की थी। उस समय की आप चीजें देखेंगे कि बैटरी पर हमारा फोकस क्यों होना चाहिए, इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ हमें कैसे जल्दी जाना चाहिए। इन विषयों पर विस्तार से वो समिट हुआ था। आज मैं अपनी दूसरी टर्म में देख रहा हूं कि खासी मात्रा में प्रगति हो रही है और मुझे विश्वास है कि तीसरी टर्म में भी यह तेजी से आगे बढ़ेगा।”
उद्योग जगत से बैटरी बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करने के लिए अनुसंधान एवं विकास को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की आर्थिक शक्ति बनने की कगार पर खड़ा है और मोबिलिटी सेक्टर इसमें अहम भूमिका निभाएगा।