लोकसभा अध्यक्ष व अन्य ने एमए आयंगर को श्रद्धासुमन अर्पित किए
Feb 4, 2024, 13:31 IST
नई दिल्ली, 04 फरवरी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एम. अनन्तशयनम आयंगर को उनकी जयंती पर संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, संसद सदस्यों, पूर्व सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी आयंगर को पुष्पांजलि अर्पित की।
लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आयंगर को श्रद्धांजलि अर्पित की। एमए आयंगर वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी और प्रख्यात सांसद थे। वह केन्द्रीय विधानसभा, संविधान सभा, अंतरिम संसद और पहली से तीसरी लोकसभा के सदस्य रहे । 1952 में पहली लोकसभा के गठन के समय एमए आयंगर सर्वसम्मति से लोकसभा के उपाध्यक्ष चुने गए ।
इससे पहले वह संविधान सभा (विधायी) के उपाध्यक्ष और अंतरिम संसद के उपाध्यक्ष पद पर भी आसीन रहे । तत्कालीन अध्यक्ष जीवी मावलंकर के आकस्मिक निधन के पश्चात आयंगर को 08 मार्च, 1956 को सर्वसम्मति से लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया। 1957 में दूसरी लोकसभा का गठन होने पर आयंगर को पुनः सर्वसम्मति से लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया। यद्यपि, वह तीसरी लोक सभा के लिए चुने गए थे, परन्तु बिहार के राज्यपाल का कार्यभार ग्रहण करने के लिए उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। आयंगर का 19 मार्च, 1978 को निधन हो गया।
लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आयंगर को श्रद्धांजलि अर्पित की। एमए आयंगर वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी और प्रख्यात सांसद थे। वह केन्द्रीय विधानसभा, संविधान सभा, अंतरिम संसद और पहली से तीसरी लोकसभा के सदस्य रहे । 1952 में पहली लोकसभा के गठन के समय एमए आयंगर सर्वसम्मति से लोकसभा के उपाध्यक्ष चुने गए ।
इससे पहले वह संविधान सभा (विधायी) के उपाध्यक्ष और अंतरिम संसद के उपाध्यक्ष पद पर भी आसीन रहे । तत्कालीन अध्यक्ष जीवी मावलंकर के आकस्मिक निधन के पश्चात आयंगर को 08 मार्च, 1956 को सर्वसम्मति से लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया। 1957 में दूसरी लोकसभा का गठन होने पर आयंगर को पुनः सर्वसम्मति से लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया। यद्यपि, वह तीसरी लोक सभा के लिए चुने गए थे, परन्तु बिहार के राज्यपाल का कार्यभार ग्रहण करने के लिए उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। आयंगर का 19 मार्च, 1978 को निधन हो गया।