इतिहास के पन्नों में 30 जुलाईः भारत की पहली महिला विधायक, जिन्होंने सामाजिक सुधार में निभाई अहम भूमिका
Jul 29, 2025, 12:03 IST

30 जुलाई का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए जाना जाता है। इनमें एक है भारत की पहली महिला विधायक डॉ. एस. मुथुलक्ष्मी रेड्डी का जन्म।साल 1886 में 30 जुलाई को तमिलनाडु (तब मद्रास) के पुद्दुकोट्टै में मुथुलक्ष्मी रेड्डी का जन्म हुआ था। वे देश की पहली महिला डॉक्टर (मेडिकल ग्रेजुएट) भी थीं। मुथुलक्ष्मी रेड्डीे एक प्रसिद्ध चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली महान शख्सियत थीं। उन्होंने मंदिरों से देवदासी प्रथा के उन्मूलन, बाल विवाह रोकथाम कानून और महिलाओं व बच्चों की तस्करी रोकने के लिए कानून बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मद्रास विधान परिषद के समक्ष प्रस्ताव पेश करते हुए मुत्तुलक्ष्मी ने कहा था कि देवदासी प्रथा सदी का सबसे खराब रूप है और ये एक धार्मिक अपराध है, जिसको जड़ से समाप्त करना चाहिए। मद्रास विधान परिषद ने सर्वसम्मति से उनका समर्थन किया और केंद्र सरकार से इसकी सिफारिश की। साल १९५६ में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया। 1968 में 81 वर्ष की आयु में डॉक्टर रेड्डी का निधन हो गया।

