आईसीएआई ने आयकर विधेयक में धाराओं की संख्या घटाने का सुझाव दिया
Mar 6, 2025, 19:36 IST

नई दिल्ली, 06 मार्च चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के शीर्ष निकाय भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) ने गुरुवार को नए आयकर विधेयक की जांच कर रही लोकसभा की प्रवर समिति को अपने सुझाव सौंप दिए हैं। इसमें प्रस्तावित कानून में धाराओं की संख्या कम करने और भाषा को सरल बनाने की मांग की गई है।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के अध्यक्ष चरनजोत सिंह नंदा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रस्तावित नए आयकर विधयेक में वर्गों की संख्या को 90 से 100 तक कम करने का सुझाव दिया गया है। नंदा ने बताया कि "हम सरकार का समर्थन करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि संस्थान ने मुकदमों को कम करने और विधयेक की भाषा को और सरल बनाने के तरीकों पर सुझाव दिए हैं। इस विधयेक में 536 खंड हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए आयकर विधयेक को पिछले महीने बजट सत्र के प्रथम चरण में लोकसभा में पेश किया था। यह विधयेक भाजपा सांसद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय प्रवर समिति को भेजा गया है, जिसे संसद के अगले सत्र के पहले दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के अध्यक्ष चरनजोत सिंह नंदा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रस्तावित नए आयकर विधयेक में वर्गों की संख्या को 90 से 100 तक कम करने का सुझाव दिया गया है। नंदा ने बताया कि "हम सरकार का समर्थन करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि संस्थान ने मुकदमों को कम करने और विधयेक की भाषा को और सरल बनाने के तरीकों पर सुझाव दिए हैं। इस विधयेक में 536 खंड हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए आयकर विधयेक को पिछले महीने बजट सत्र के प्रथम चरण में लोकसभा में पेश किया था। यह विधयेक भाजपा सांसद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय प्रवर समिति को भेजा गया है, जिसे संसद के अगले सत्र के पहले दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।