Pal Pal India

'मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता, रोहित-विराट पर कोच गंभीर ने दिया बयान

 
  'मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता, रोहित-विराट पर कोच गंभीर ने दिया बयान
सिडनी, 05 जनवरी  ऑस्‍ट्रेलिया के हाथों बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा के बारे में खुलकर बात की। इस सीरीज में दोनों वरिष्ठ खिलाड़ी बल्ले से संघर्ष करते दिखे। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएंगे। वे जो भी योजना बनाएंगे, वह भारतीय क्रिकेट के सर्वोत्तम हित में होगी।
सिडनी टेस्ट में भारतीय टीम को हराकर ऑस्‍ट्रेलिया ने 2024-25 पर कब्जा जमाया। पांच मैचों की सीरीज को ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से अपने नाम किया। इस सीरीज में भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके। मैच के बाद दोनों अनुभवी खिलाड़ियों पर खुलकर बात रखी और उनकी भविष्य योजनाओं पर पत्रकारों के सवाल के जवाब दिए। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने दो सबसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के बारे में बात करते हुए कोच गंभीर ने कहा कि दोनों की भविष्य की योजनाएं पूरी तरह से उनकी अपनी पसंद हैं। गंभीर ने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता, यह उन पर भी निर्भर करता है लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनमें अभी भी भूख है, उनमें अभी भी जुनून है, वे मजबूत लोग हैं।
गंभीर ने कहा कि सबसे पहले, हर व्यक्ति को पता होता है कि उसका खेल और उसकी भूख कितनी है। यह किसी भी खेल और किसी भी पेशे के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है। यह सिर्फ खेल के लिए नहीं है कि आप कितने भूखे हैं, आप कितने जुनूनी हैं। यह इस बारे में है कि टीम आपके योगदान से आगे बढ़ रही है या नहीं। आखिरकार यह न तो मेरी टीम है, न ही आपकी टीम, यह देश की टीम है। गंभीर ने रोहित के सिडनी टेस्ट से हटने के फैसले का समर्थन किया और इस बात पर जोर दिया कि देश पहले आता है। उन्होंने कहा कि मुख्य बात यह है कि भले ही व्यक्ति आते-जाते रहें, लेकिन टीम और देश को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। मेरा मानना ​​है कि सभी को, जिसमें मैं और अन्य खिलाड़ी भी शामिल हैं, टीम को व्यक्तिगत हितों से ऊपर रखना चाहिए। रोहित शर्मा ने इसका उदाहरण दिया है।
बुमराह नौ पारियों में 32 विकेट लेकर दौरे पर सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं, लेकिन भारत को सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह की अनुपलब्धता से बड़ा झटका लगा। हालांकि गंभीर ने जोर देकर कहा कि बुमराह का गेंदबाजी नहीं करना बड़ा झटका था, लेकिन यह भारत की हार का एकमात्र कारण नहीं था। भारतीय कोच ने कहा कि मैं यह नहीं कहना चाहता कि जसप्रीत बुमराह के न होने से हम परिणाम नहीं पा सके। जाहिर है कि हमारे पास अपने पल थे और अगर हम वहां होते तो अच्छा होता। लेकिन हमारे पास अभी भी पांच गेंदबाज थे और एक अच्छी वह है जो किसी एक व्यक्ति पर निर्भर नहीं है। बुमराह की चोट की गंभीरता के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने स्पष्ट किया कि अभी तक स्थिति पर कोई ठोस अपडेट नहीं है। गंभीर ने कहा, "मेडिकल टीम उन पर काम कर रही है, इसलिए हम आपको सही समय पर सही जानकारी देंगे।"
खराब फार्म से गुजर रहे विराट-रोहितविराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही टेस्ट मैचों में खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। पांच मैचों की इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में दोनों बल्लेबाज कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए। रोहित अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहले मैच में नहीं खेल पाए और एडिलेड, ब्रिसबेन और मेलबर्न में खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 3, 6, 10, 3, 9 के स्कोर बनाए। उन्होंने आखिरकार सिडनी टेस्ट से बाहर होने का फैसला किया और कप्तानी जसप्रीत बुमराह ने की। कोहली भी संघर्ष करते दिखे, पर्थ में पहली पारी में उन्होंने सिर्फ 5 रन बनाए और दूसरी पारी में उन्होंने बहुप्रतीक्षित शतक जड़ा, लेकिन वे सीरीज के बाकी मैचों में अपनी लय बरकरार नहीं रख पाए। इसके बाद उन्होंने 7, 11, 3, 36, 5, 17 और 6 रन बनाए।