न्यू दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से

अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल जैन ने दीपावली, भैया दूज और छठ पूजा के पावन अवसर पर समस्त जैन समाज, देशवासियों और विश्वभर में निवासरत भारतीय समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्मा के प्रकाश का प्रतीक है। यह वह दिव्य दिन है जब हमारे पूज्य चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी ने पावापुरी (बिहार) में मोक्ष की प्राप्ति की थी। जैन समाज इस दिन को निर्वाण दिवस के रूप में मनाता है और इसे आत्मिक जागृति, संयम तथा आत्मशुद्धि का पर्व मानता है।
अतुल जैन ने कहा कि दीपावली हमें यह प्रेरणा देती है कि हम अपने भीतर के अंधकार — अज्ञान, क्रोध, लोभ और अहंकार — को मिटाकर ज्ञान, करुणा और सत्य का प्रकाश फैलाएँ। जब हमारे भीतर का दीप जलता है, तभी जीवन में सच्ची रोशनी आती है। यही वास्तविक दीपावली है, जब बाहर नहीं, भीतर उजाला होता है। उन्होंने यह भी कहा कि जैन धर्म के अनुसार, भगवान महावीर के मोक्ष प्राप्त करने के बाद अनुयायियों ने दीप जलाकर उनके उपदेशों के अमर प्रकाश को सहेजा और तभी से यह दिन निर्वाणोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन जैन श्रद्धालु उपवास रखते हैं, स्वाध्याय और ध्यान में लीन रहते हैं, मंदिरों में निर्वाण लड्डू अर्पित करते हैं और अगले दिन से जैन नववर्ष का शुभारंभ करते हैं।
अतुल जैन ने कहा कि भैया दूज भाई-बहन के स्नेह, प्रेम और पारिवारिक बंधन का प्रतीक है। यह पर्व उस भावना को जीवित रखता है कि परिवार और संबंध ही जीवन की सबसे बड़ी पूँजी हैं। वहीं छठ पूजा सूर्यदेव और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है, जो यह संदेश देती है कि जीवन का अस्तित्व प्रकृति की कृपा और संतुलन से ही संभव है। उन्होंने कहा कि ये तीनों पर्व हमें एकजुटता, प्रेम और करुणा की भावना को मजबूत करने की प्रेरणा देते हैं।
अपने संदेश के अंत में अतुल जैन ने कहा कि जैन धर्म का मूल संदेश — अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह और अनेकांतवाद — आज भी उतना ही प्रासंगिक है। यदि हम इन सिद्धांतों को जीवन में उतार लें, तो न केवल हमारा जीवन प्रकाशमय होगा बल्कि समाज में भी शांति, सद्भावना और आत्मिक उन्नति का दीप जलेगा। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि इस दीपावली पर हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि मन, वचन और कर्म से सबके कल्याण के लिए जिएँ।
उन्होंने कामना की कि प्रभु महावीर की कृपा से हर घर में सुख, शांति और समृद्धि का प्रकाश फैले, और यह दीपावली सभी के जीवन में नई ऊर्जा, सकारात्मकता और मंगलकामनाओं का संदेश लेकर आए।

