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*नई दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से। ​​​​​​​

 दिवाली के पटाखों में कोई प्रदूषण नहीं-मुकेश जैन, आई आई टीएन 
 
*नई दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से।
 दिवाली के पटाखों से रोक हटाओ। बन्द की तूतीकोरण ताम्बा फैक्ट्री चालू करो।
                                       नई दिल्ली 9 अप्रैल, प्रेस क्लब, नई दिल्ली में हिन्दू संगठनों की तरफ से आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि हमने इसी 3 अप्रैल को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश श्री अभय निवास ओक और श्री उज्जल भुइया की पीठ को दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक के आकड़े देकर बताया कि दिवाली के पटाखों में किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होता। किन्तु एक बड़ी साजिश के तहत  दिवाली के पटाखों से दिल्ली में प्रदूषण सम्बन्धी भ्रामक रिर्पोट देकर न्यायमित्र अपराजिता सिंह और एम सी मेहता ने सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह किया। जिसमें इनके साथ सी एस सी की निदेशक सुनीता नारायण भी शामिल है। श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने इन सब के खिलाफ लोक पाल कानून की धारा 14 क और ज के तहत कार्यवाही करने की मांग की। 
                  बैठक में दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आई आई टी रूड़की के धातुकर्म इंजीनियर श्री मुकेश जैन ने पत्रकारों को बताया कि सी आई ए की फंडिग से एक बहुत बड़ा झूठ हर दिन मीडिया के जरिये फैलाया जा रहा है कि दिवाली के पटाखों में प्रदूषण होता है। हमने इसी 3 अप्रैल को सर्वोच्च न्यायालय को दिवाली 2018, 2019, 2020, 2021, 2022, 2023 और 2024 के आकड़े देकर समझाया कि दिवाली की रात को वायु गुणवत्ता सूचकांक वही था जो दिवाली से पहले और बाद में था। भारत की अर्थव्यवस्था और जी डी पी को चौपट करने के लिये सी आई ए और विदेशी ऐजेन्सी के फंडखोर एम सी मेहता जैसे वकीलों द्वारा न्यायालय को गुमराह करके वायुमंडल को सुधारने की मुहिम के तहत एक बहुत बड़ा भ्रामक झूठ हर रोज मीडिया के जरिये फैलाया जा रहा है। श्री जैन ने कहा कि इन सब द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को खरबो रुपयों का नुकसान पहुंचाने के बाद भी 2024 का दिल्ली का ओसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में पिछले 6 साल में 14.38 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो गयी। यही हालत नदियों के जल का है जिसमें कुछ भी सुधार नहीं हुआ है। इसी के साथ यमुना बचाओं अभियान के मनोज मिश्रा ने फोर्ड फाउन्डेशन की करोड़ो रुपयों की फंडिंग की साजिश में शामिल होकर यमुना और गंगा के जल को इतना ज्यादा प्रदूषित कर दिया कि उस जल की सारी मछलियां मर गयी।
                   जैन ने केन्द्र और दिल्ली सरकार से अनुरोध किया कि वो एक श्वेतपत्र जारी करके देश को बताये कि एम सी मेहता और उसके गिरोह की प्रदूषण के खिलाफ तथाकथित मुहिम से दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 14.38 प्रतिशत कैसे बढ़ गया। इसी के साथ एम सी मेहता और उसके साथियों ने दिल्ली और बदरपुर के बिजली संयत्रों, डीजल और पैट्रोल की गाड़ियों, दिल्ली की फैक्ट्रियों को बन्द कराकर और खरबो रुपयों की चोट जनता और सरकार को पहुंचाकर वायु गुणवत्ता सूचकांक में कितनी कमी लायी? 
                    हिन्दू संगठनों ने सरकार को आगाह किया इसी साजिश के तहत देश विरोधी नक्सली आतंकवादी ईसाई मिश्निरी गिरोह के ईसाई उदय कुमार ने प्रदूषण का झूठा होव्वा खड़ा करके वेदान्ता ग्रुप की तूतिकोरण की स्टरलाइट कॉपर फैक्ट्री को बन्द कराया उसकी फिर से जांच करके फैक्ट्री चालू किया जाना चाहिये। इसी के साथ सरकार जांच कराये कि तूतिकोरण ताम्बा फैक्ट्री को बन्द करने के 6 साल बाद तूतीकोरण का वायु गुणवत्ता सूचकांक कितना कम हुआ और भारत सरकार कितने खरब रुपयों का ताम्बा विदेशों से खरीदना पड़ा।
                     हिन्दू संगठनों ने सरकार, उद्योग मंत्री और सर्वोच्च न्यायालय से मांग की कि अब यह साबित होने के बाद कि दिवाली के पटाखों में प्रदूषण एक झूठ है, दिवाली के पटाखें पर लगायी रोक को तत्काल हटाया जाये। न्यायालय भी विस्फोटक कानून 2008 का पालन करते हुए पटाखों पर लगायी रोक हटाये। इसी के साथ तूतीकोरण की स्टरलाइट तांबा फैक्ट्री को भी तत्काल प्रभाव से चालू किया जाये।