बांग्लादेशियों की पहचान के लिए अभियान चलाए दिल्ली पुलिसः उपराज्यपाल
Jan 20, 2025, 20:24 IST
नई दिल्ली, 20 जनवरी दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को विशेष अभियान चलाकर दिल्ली में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करने का निर्देश दिया है। आयुक्त को उपराज्यपाल सचिवालय की ओर से पुलिस आयुक्त को भेजे गए पत्र में सैफ अली खान पर अवैध बांग्लादेशी के हमले का उदाहरण दिया है।
उपराज्यपाल ने पुलिस आयुक्त को प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से एक जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने सुझाव दिया है कि लोग अपने यहां काम कर रहे व्यक्तियों और घरेलू सहायकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। इसमें रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन तथा शॉपकीपर एसोसिएशन को भी जागरूक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही अवैध प्रवासियों को आवास और छत मुहैया कराने वालों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हाल ही में फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के हमलावर की पहचान बांग्लादेशी नागरिक के तौर पर की गई है। इसका जिक्र करते हुए एलजी ने कहा है कि वह नकली पहचान पर किसी रेस्टोरेंट में भी काम कर रहा था।
उपराज्यपाल ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दिल्ली में भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासी कई अवैध एवं अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उपराज्यपाल ने इस ओर भी इशारा किया कि एक संगठित सिंडिकेट और निहित स्वार्थी समूह इस तरह के अवैध प्रवासियों को ठहरने के लिए सुविधाएं प्रदान करते हैं और नकली दस्तावेजों जैसे आधार, वोटर आईडी और राशन कार्ड के माध्यम से उनके लिए कामकाज का प्रबंध करते हैं ।
उपराज्यपाल ने पुलिस आयुक्त को प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से एक जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने सुझाव दिया है कि लोग अपने यहां काम कर रहे व्यक्तियों और घरेलू सहायकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। इसमें रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन तथा शॉपकीपर एसोसिएशन को भी जागरूक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही अवैध प्रवासियों को आवास और छत मुहैया कराने वालों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हाल ही में फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के हमलावर की पहचान बांग्लादेशी नागरिक के तौर पर की गई है। इसका जिक्र करते हुए एलजी ने कहा है कि वह नकली पहचान पर किसी रेस्टोरेंट में भी काम कर रहा था।
उपराज्यपाल ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दिल्ली में भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासी कई अवैध एवं अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उपराज्यपाल ने इस ओर भी इशारा किया कि एक संगठित सिंडिकेट और निहित स्वार्थी समूह इस तरह के अवैध प्रवासियों को ठहरने के लिए सुविधाएं प्रदान करते हैं और नकली दस्तावेजों जैसे आधार, वोटर आईडी और राशन कार्ड के माध्यम से उनके लिए कामकाज का प्रबंध करते हैं ।