दिल्ली चुनाव की घोषणा, 5 फरवरी को मतदान, 8 को मतगणना
उप्र की मिल्कीपुर, तमिलनाडु की इरोड सीट पर उपचुनाव की भी घोषणा
Jan 7, 2025, 19:18 IST
जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और नगरोटा में उपचुनाव बाद में कराए जाएंगे
नई दिल्ली, 7 जनवरी चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। दिल्ली में चुनाव एक ही चरण में होगा, जिसके तहत 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे आएंगे। चुनाव की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है।
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर और तमिलनाडु के इरोड विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की भी घोषणा की। इन दोनों सीटों पर मतदान और मतगणना दिल्ली चुनाव के साथ ही होगी। वहीं, जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में बर्फीले मौसम के कारण उपचुनाव बाद में कराए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपने सहयोगी चुनाव आयुक्तों के साथ मंगलवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि चुनाव की अधिसूचना 10 जनवरी को जारी की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 17 जनवरी होगी। नामांकन की जांच की तिथि 18 जनवरी रहेगी। 20 जनवरी तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। 05 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 8 फरवरी को होगी। उन्होंने तकनीकी पक्ष की चर्चा करते हुए कहा कि 10 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जानी चाहिए। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में एक करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1261 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इनमें 18-19 आयु वर्ग 52,554 मतदाता जोड़े गए हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे। 70 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा संचालित होंगे। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 58 सामान्य और 12 आरक्षित हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और नगरोटा में बर्फीले मौसम के कारण उपचुनाव बाद में कराए जाएंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर और तमिलनाडु के इरोड विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा की गयी। मिल्कीपुर सीट विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के कारण रिक्त है। इरोड के विधायक की निधन की वजह से यह सीट रिक्त है।
राजीव कुमार ने कहा कि बीते चुनाव के दौरान कुछ शंकाएं भी खड़ी की गईं। कहा गया कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद और दिल्ली चुनाव से पहले मतदाता सूची में गलत मतदाताओं को जोड़ा और हटाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि किसी खास ग्रुप को टारगेट किया गया। ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया। यह भी कहा गया कि 5 बजे के बाद वोट प्रतिशत बढ़ जाता है, आज इन सभी शंकाओं और आरोपों का जवाब दिया जाएगा।
राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम में अविश्वसनीयता या किसी तरह की खामी का कोई सबूत नहीं है। ईवीएम में वायरस या बग आने का कोई सवाल ही नहीं है। ईवीएम में अवैध वोट होने का भी कोई सवाल ही नहीं है। कोई धांधली संभव नहीं है। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट लगातार अलग-अलग फैसलों में यही कह रहे हैं। ईवीएम मतगणना के लिए फुलप्रूफ डिवाइस है। छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं। हम अभी बोल रहे हैं क्योंकि चुनाव के दौरान हम नहीं बोलते। राजीव कुमार ने कहा कि हम बहुत जल्द 100 करोड़ वोटर वाला देश बनेंगे। अब तक 99 करोड़ वोटर बन चुके हैं।
गौरतलब है कि चुनाव को लेकर सभी मुख्य पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हथियाने की कोशिश में है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर की तैयारी कर रही है और उसे उम्मीद है कि वह आश्चर्यजनक जीत हासिल कर लेगी।
दिल्ली में लगातार 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा सिर्फ 8 सीटें जीत सकी। इस बार आआपा सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। कांग्रेस अब तक कुल 48 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है जबिक भाजपा ने शनिवार को 29 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी।
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर और तमिलनाडु के इरोड विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की भी घोषणा की। इन दोनों सीटों पर मतदान और मतगणना दिल्ली चुनाव के साथ ही होगी। वहीं, जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में बर्फीले मौसम के कारण उपचुनाव बाद में कराए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपने सहयोगी चुनाव आयुक्तों के साथ मंगलवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि चुनाव की अधिसूचना 10 जनवरी को जारी की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 17 जनवरी होगी। नामांकन की जांच की तिथि 18 जनवरी रहेगी। 20 जनवरी तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। 05 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 8 फरवरी को होगी। उन्होंने तकनीकी पक्ष की चर्चा करते हुए कहा कि 10 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जानी चाहिए। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में एक करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1261 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इनमें 18-19 आयु वर्ग 52,554 मतदाता जोड़े गए हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे। 70 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा संचालित होंगे। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 58 सामान्य और 12 आरक्षित हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और नगरोटा में बर्फीले मौसम के कारण उपचुनाव बाद में कराए जाएंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर और तमिलनाडु के इरोड विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा की गयी। मिल्कीपुर सीट विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के कारण रिक्त है। इरोड के विधायक की निधन की वजह से यह सीट रिक्त है।
राजीव कुमार ने कहा कि बीते चुनाव के दौरान कुछ शंकाएं भी खड़ी की गईं। कहा गया कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद और दिल्ली चुनाव से पहले मतदाता सूची में गलत मतदाताओं को जोड़ा और हटाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि किसी खास ग्रुप को टारगेट किया गया। ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया। यह भी कहा गया कि 5 बजे के बाद वोट प्रतिशत बढ़ जाता है, आज इन सभी शंकाओं और आरोपों का जवाब दिया जाएगा।
राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम में अविश्वसनीयता या किसी तरह की खामी का कोई सबूत नहीं है। ईवीएम में वायरस या बग आने का कोई सवाल ही नहीं है। ईवीएम में अवैध वोट होने का भी कोई सवाल ही नहीं है। कोई धांधली संभव नहीं है। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट लगातार अलग-अलग फैसलों में यही कह रहे हैं। ईवीएम मतगणना के लिए फुलप्रूफ डिवाइस है। छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं। हम अभी बोल रहे हैं क्योंकि चुनाव के दौरान हम नहीं बोलते। राजीव कुमार ने कहा कि हम बहुत जल्द 100 करोड़ वोटर वाला देश बनेंगे। अब तक 99 करोड़ वोटर बन चुके हैं।
गौरतलब है कि चुनाव को लेकर सभी मुख्य पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हथियाने की कोशिश में है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर की तैयारी कर रही है और उसे उम्मीद है कि वह आश्चर्यजनक जीत हासिल कर लेगी।
दिल्ली में लगातार 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा सिर्फ 8 सीटें जीत सकी। इस बार आआपा सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। कांग्रेस अब तक कुल 48 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है जबिक भाजपा ने शनिवार को 29 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी।