फीस न भरने पर स्कूल में प्रताड़ित 8वीं की छात्रा ने की आत्महत्या
Jan 21, 2025, 14:10 IST
सूरत/अहमदाबाद, 21 जनवरी सूरत शहर के सचिन इलाके के निवासी व गोडादरा स्थित आदर्श पब्लिक स्कूल में 8वीं कक्षा की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि फीस जमा न करने पर स्कूल में छात्रा काे परीक्षा नहीं बैठने दिया गया औरउसे कक्षा के बाहर खड़े हाेने की सजा दी गई थी। जिससे छात्रा ने यह कदम उठाया है। छात्रा के माता-पिता के गंभीर आरोप पर शिक्षा विभाग और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले और सूरत के गोडादरा क्षेत्र में स्थित प्रियंका नगर सोसायटी में राजूभाई खटीक अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा हैं और वे राजूभाई रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। राजू की सबसे बड़ी बेटी भावना गोडादरा क्षेत्र के आदर्श पब्लिक स्कूल में कक्षा 8 में पढ़ रही है। साेमवार काे जब उसके माता-पिता काम पर गए हुए थे, तब उसने अपने घर पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह परिजनाें में हड़कंप मच गया।
मृतक छात्रा के पिता राजू खटीक ने बताया कि जब उत्तरायण से पहले मेरी बेटी की परीक्षा थी। स्कूल ने उसे परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी। स्कूल में उसे कक्षा के बाहर खड़ा रखा जाता था। घर आते ही वह रोने लगती थी। जब मैंने फोन किया तो उन्होंने बताया कि आपको अभी फीस देनी होगी। मैंने अगले महीने फीस देने को कहा, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद बेटी ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया और बाद में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। राजू का कहना है कि स्कूल में दी गई सजा के कारण छात्रा भयभीत थी और वह स्कूल जाने से इंकार करती थी। छात्रा के माता-पिता के स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाने पर शिक्षा विभाग और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले और सूरत के गोडादरा क्षेत्र में स्थित प्रियंका नगर सोसायटी में राजूभाई खटीक अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा हैं और वे राजूभाई रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। राजू की सबसे बड़ी बेटी भावना गोडादरा क्षेत्र के आदर्श पब्लिक स्कूल में कक्षा 8 में पढ़ रही है। साेमवार काे जब उसके माता-पिता काम पर गए हुए थे, तब उसने अपने घर पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह परिजनाें में हड़कंप मच गया।
मृतक छात्रा के पिता राजू खटीक ने बताया कि जब उत्तरायण से पहले मेरी बेटी की परीक्षा थी। स्कूल ने उसे परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी। स्कूल में उसे कक्षा के बाहर खड़ा रखा जाता था। घर आते ही वह रोने लगती थी। जब मैंने फोन किया तो उन्होंने बताया कि आपको अभी फीस देनी होगी। मैंने अगले महीने फीस देने को कहा, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद बेटी ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया और बाद में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। राजू का कहना है कि स्कूल में दी गई सजा के कारण छात्रा भयभीत थी और वह स्कूल जाने से इंकार करती थी। छात्रा के माता-पिता के स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाने पर शिक्षा विभाग और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।