नई दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से

ऑल इंडिया के यशस्वी अध्यक्ष श्री हरीश सभरवाल जी के कुशल नेतृत्व एवं सशक्त कार्यशैली को देश के कोने कोने से ट्रक ऑपरेटरों ने कोटि-कोटि नमन किया एवं उनके अद्वितीय प्रयासों को सराहया ।
लगभग 25 दिनों से देश के विभिन कोनो से 34 ट्रक, जो पानी की टंकी बॉर्डर काठमांडू से पश्चिम बंगाल की सीमा की ओर प्लाईवुड लेकर आ रहे थे, उन्हें कोलकाता के जी एस टी कमिश्नर एवं काठमांडू की exise टीम द्वारा जब्त कर लिया गया था। इन ट्रकों की रिहाई हेतु श्री सभरवाल जी द्वारा पिछले 10-12 दिनों में किया गया अथक परिश्रम प्रशंसनीय ही नहीं, बल्कि उदाहरणीय है।
समस्त गाड़ी मालिक विशेष तौर पर राजस्थान के ऑपरेटर बिट्टू कुमावत एवं सागर जी ने AIMTC को लगातार सूचित कर अध्यक्ष जी से संपर्क में बनाय रखा। साथ ही कोलकाता से AIMTC के उपप्रधान प्रमोद गुप्त एवं CGTA के जनरल मैनेजर दास साहिब और लॉयड को. की वकील मैडम ने भी अध्यक्ष जी के निर्देशुनसार पूरी भाग दौड़ कर सहयोग किया।
इन गाड़ियों के ड्राइवर हेल्पर जो एक स्थान पर तकरीबन महीना खड़े रहे, उनके पास खर्च के भी प्रयाप्त पैसे न थे, उन्होंने कभी खाना खाया कभी भूखे रहे, नहाना धोना भी कभी हुआ कभी नहीं, परंतु उन्होंने न ही अपनी गाड़ियां छोड़ी और न मैदान ही छोडा।
इस कार्यवाही के दौरान अध्यक्ष जी व उनकी टीम ने कोलकाता जीएसटी कमिश्नर, काठमांडू excise टीम व केंद्र सरकार में फाइनेंस मंत्रालय पर लगातार फोन कर
Mail कर व टीम के जरिए गाड़ियां छुड़वाने के लिए लगातार दबाव बनाए रखा।
जहां वकील की जरूरत पड़ी, lawyered को. की अधिवक्ता मैडम ने भी पूरी कोशिश व मदद करी और जो एफिडेविट वगैरह चाहिए था वो गुड़गांव off से बनवा कर भेजे ।
सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि न केवल ट्रक सुरक्षित रूप से काठमांडू वापस भेज कर खाली कराए गए, बल्कि AIMTC के प्रयासों से सभी ट्रक मालिकों को असिस्टेंट कमिश्नर मैडम की सहायता से रु. 6,000/- प्रतिदिन की दर से 25 दिनों का कुल रु. 1,50,000/- का भुगतान भी दिलवाया गया। यह AIMTC के इतिहास में अभूतपूर्व पहल है।
यह उपलब्धि न केवल ऑल इंडिया कांग्रेस की शक्ति को दर्शाती है, बल्कि ऐसे कठिनाई के समय नेतृत्व की कुशलता को भी प्रमाणित करती हैं।
अत: देश के हर कोने से समस्त ट्रक ऑपरेटरों ने एक बार पुनः अध्यक्ष जी को सलाम एवं संपूर्ण ऑल इंडिया के दल को सोशल मीडिया के माध्यम से धन्यवाद दिया