सुक्खू सरकार की दो साल की नाकामियों को उजागर करेगी भाजपा, कमेटी गठित
Nov 24, 2024, 14:18 IST
शिमला, 24 नवंबर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार 11 दिसम्बर को दो साल का कार्यकाल पूरा कर रही है। इस उपलक्ष्य पर सुक्खू सरकार बिलासपुर में एक बड़ा आयोजन कर अपनी उपलब्धियों का बखान करेगी। इसके लिए सरकार तैयारियों में जुटी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के इस समारोह में आने की संभावना है। दूसरी तरफ विपक्षी दल भाजपा ने भी सरकार को घेरने की कवायद शुरू कर दी है। सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर करेगी। इसके लिए भाजपा ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिन्दल द्वारा गठित इस कमेटी में चार विधायकों को जगह दी गई है। इनमें रणधीर शर्मा, त्रिलोक जमबाल, राकेश जमबाल और सुधीर शर्मा शामिल हैं। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नन्दा को भी कमेटी में जगह मिली है। कमेटी में सबसे रोचक नाम धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा का है। दरअसल सुधीर शर्मा कांग्रेस के विधायक रहे हैं और पूर्व कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मतभेद के कारण उन्होंने भाजपा का दामन थामा है। इसी साल फरवरी महीने में हुए राज्यसभा चुनाव में सुधीर शर्मा सहित कांग्रेस के तत्कालीन छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें विधानसभा सदस्य से अयोग्य ठहराया था। इसके बाद इन्होंने भाजपा का दामन थामा और उपचुनाव लड़ा। इनमें इंद्रदत्त लखनपाल बड़सर और सुधीर शर्मा धर्मशाला से दोबारा जीत कर विधायक बने। सुधीर शर्मा विधायक निर्वाचित होने के बाद सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।
भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद जनता से किए गए वादों को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है। भाजपा ने यह भी दावा किया कि सरकार के दो सालों में प्रदेश में विकास की गति धीमी हो गई है और लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने बताया कि भाजपा ने सुक्खू सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में पार्टी के विभिन्न वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट तैयार करने के बाद भाजपा इसे सार्वजनिक करेगी और कांग्रेस सरकार पर आक्रमण तेज करेगी।
भाजपा का यह भी कहना है कि सुक्खू सरकार ने चुनाव से पहले जो गारंटियां दीं थीं। उन्हें पूरा नहीं किया गया है। कांग्रेस सरकार की योजनाएं और घोषणाएं धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रही हैं। सरकार दो साल में हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और माफिया का बोलबाला है। इसके अलावा राज्य में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी पर भी भाजपा ने सरकार की घेराबंदी की है। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार के कार्यकाल में राज्य की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिन्दल द्वारा गठित इस कमेटी में चार विधायकों को जगह दी गई है। इनमें रणधीर शर्मा, त्रिलोक जमबाल, राकेश जमबाल और सुधीर शर्मा शामिल हैं। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नन्दा को भी कमेटी में जगह मिली है। कमेटी में सबसे रोचक नाम धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा का है। दरअसल सुधीर शर्मा कांग्रेस के विधायक रहे हैं और पूर्व कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मतभेद के कारण उन्होंने भाजपा का दामन थामा है। इसी साल फरवरी महीने में हुए राज्यसभा चुनाव में सुधीर शर्मा सहित कांग्रेस के तत्कालीन छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें विधानसभा सदस्य से अयोग्य ठहराया था। इसके बाद इन्होंने भाजपा का दामन थामा और उपचुनाव लड़ा। इनमें इंद्रदत्त लखनपाल बड़सर और सुधीर शर्मा धर्मशाला से दोबारा जीत कर विधायक बने। सुधीर शर्मा विधायक निर्वाचित होने के बाद सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।
भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद जनता से किए गए वादों को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है। भाजपा ने यह भी दावा किया कि सरकार के दो सालों में प्रदेश में विकास की गति धीमी हो गई है और लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने बताया कि भाजपा ने सुक्खू सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में पार्टी के विभिन्न वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट तैयार करने के बाद भाजपा इसे सार्वजनिक करेगी और कांग्रेस सरकार पर आक्रमण तेज करेगी।
भाजपा का यह भी कहना है कि सुक्खू सरकार ने चुनाव से पहले जो गारंटियां दीं थीं। उन्हें पूरा नहीं किया गया है। कांग्रेस सरकार की योजनाएं और घोषणाएं धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रही हैं। सरकार दो साल में हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और माफिया का बोलबाला है। इसके अलावा राज्य में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी पर भी भाजपा ने सरकार की घेराबंदी की है। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार के कार्यकाल में राज्य की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है।