खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा के प्रमुख सहयोगी बल्ली काे एनआईए ने किया गिरफ्तार
Jul 19, 2024, 13:35 IST
नई दिल्ली, 19 जुलाई राष्ट्रीय जांच ब्यूराे (एनआईए) ने कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा के एक प्रमुख सहयोगी बल्ली को एक बड़े आतंकवादी नेटवर्क संबंधी मामले में गिरफ्तार किया है। एनआईए ने एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एनआईए ने एक बयान में बताया कि यह मामला व्यापारियों सहित अन्य लोगों से जबरन वसूली के लिए घातक हथियारों की आपूर्ति करने से जुड़ा है। इस मामले में मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के रहने वाले बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई उर्फ बल्ली को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। यह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का रहने वाला है।
बयान में कहा गया है कि बल्ली पंजाब में लांडा के आदमियों को हथियारों की आपूर्ति करने वाला प्रमुख व्यक्ति था। इन हथियारों का इस्तेमाल व्यापारियों और अन्य लोगों से जबरन वसूली करने समेत आतंकवादी गतिविधियों को बड़े पैमाने पर अंजाम देने के लिए किया जाता था।
एनआईए ने कहा कि 10 जुलाई, 2023 को स्वत: संज्ञान लेते हुए यह मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान गुरप्रीत सिंह गोपी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान लांडा के सहयोगी के रूप में की गई है और एक अन्य खालिस्तानी आतंकवादी सतनाम सिंह सत्ता को भी गिरफ्तार किया गया है।
मामले की जांच से पता चला है कि बलजीत सिंह ने पंजाब और अन्य स्थानों पर हिंसक वारदातों को अंजाम देकर भारत को अस्थिर करने की विभिन्न प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों की एक बड़ी साजिश के तहत सतनाम सिंह सत्ता को हथियार भी मुहैया कराए थे।
ऐसा माना जा रहा है कि लांडा और सत्ता दोनों ही भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कनाडा से गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल रहे हैं। बयान में कहा गया है कि एनआईए खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के तहत अपनी जांच जारी रखे हुए है।
एनआईए ने एक बयान में बताया कि यह मामला व्यापारियों सहित अन्य लोगों से जबरन वसूली के लिए घातक हथियारों की आपूर्ति करने से जुड़ा है। इस मामले में मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के रहने वाले बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई उर्फ बल्ली को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। यह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का रहने वाला है।
बयान में कहा गया है कि बल्ली पंजाब में लांडा के आदमियों को हथियारों की आपूर्ति करने वाला प्रमुख व्यक्ति था। इन हथियारों का इस्तेमाल व्यापारियों और अन्य लोगों से जबरन वसूली करने समेत आतंकवादी गतिविधियों को बड़े पैमाने पर अंजाम देने के लिए किया जाता था।
एनआईए ने कहा कि 10 जुलाई, 2023 को स्वत: संज्ञान लेते हुए यह मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान गुरप्रीत सिंह गोपी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान लांडा के सहयोगी के रूप में की गई है और एक अन्य खालिस्तानी आतंकवादी सतनाम सिंह सत्ता को भी गिरफ्तार किया गया है।
मामले की जांच से पता चला है कि बलजीत सिंह ने पंजाब और अन्य स्थानों पर हिंसक वारदातों को अंजाम देकर भारत को अस्थिर करने की विभिन्न प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों की एक बड़ी साजिश के तहत सतनाम सिंह सत्ता को हथियार भी मुहैया कराए थे।
ऐसा माना जा रहा है कि लांडा और सत्ता दोनों ही भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कनाडा से गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल रहे हैं। बयान में कहा गया है कि एनआईए खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के तहत अपनी जांच जारी रखे हुए है।